(News Rating Point) 12.04.2016
लोक निर्माण और सिंचाई मंत्री शिवपाल यादव का सपा में कद और बढ़ा दिया गया है। अब तक पार्टी में मुख्य प्रवक्ता की भूमिका में रहे शिवपाल को मुलायम सिंह ने यूपी सपा का प्रभारी बनाया है। 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव में यूपी के प्रभारी ही चुनावों के मुख्य संचालन की भूमिका में रहेंगे। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे। सपा में अब तक यूपी में प्रभारी बनाने की परम्परा नहीं रही है। मुलायम ही अब तक प्रदेश अध्यक्ष की सलाह से यूपी में सभी तरह के फैसले लेते रहे हैं। दूसरे राज्यों में पार्टी, प्रभारी नियुक्त करती रही है।
नवभारत टाइम्स ने लिखा कि अगर सभी दलों के प्रभारियों के पदों के अनुसार देखा जाए तो प्रभारी का पद प्रदेश अध्यक्ष से ऊपर माना जाता रहा है। कांग्रेस में मधुसूदन मिस्त्री और बीजेपी में ओम माथुर यूपी के प्रभारी हैं, वह प्रदेश अध्यक्ष से ऊपर रहते हैं और प्रदेश अध्यक्ष उनके निर्देशन में काम करते हैं। सपा प्रमुख ने शिवपाल को यूपी का प्रभारी बनाकर न केवल उनका कद बढ़ाया बल्कि पार्टी में उन्हें लेकर चल रही चर्चाओं पर भी विराम लगा दिया है। कहा जा रहा है कि अखिलेश पार्टी का चेहरा होंगे और चुनाव के मैनेजमेंट का जिम्मा अब शिवपाल देखेंगे। पार्टी के लोगों का कहना है कि मुलायम ने प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश की व्यस्तता को देखते हुए शिवपाल को प्रभारी बनाया है। सीएम कैंडिडेट के रूप में पार्टी अखिलेश यादव को ही प्रॉजेक्ट करेगी, पर चुनाव में टिकटों के वितरण, प्रबन्धन और विधानसभाओं के गणितीय मैनेजमेंट की जिम्मेदारी शिवपाल की होगी। कुल मिलाकर 2017 के चुनावों के लिए सपा ने पहले से ही बड़ी तैयारी शुरू कर दी है। सपा प्रमुख ने इससे पहले पंचायत चुनाव की कमान शिवपाल को दी थी। उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष पदों पर पार्टी को बड़ी सफलता दिलाई। 60 से ज्यादा सीटें समाजवादी पार्टी के खाते में आईं। इस दौरान उन्होंने अनुशासनहीनता करने वालों को बाहर का रास्ता भी दिखा दिया। यहां तक कि सीएम के करीबी सीतापुर और बिजनौर के बागी विधायकों को भी पार्टी से बाहर कर दिया। इससे पार्टी के भीतर उनके बढ़ते कद का अंदाजा सबको पहले से ही होने लगा था।