HIT ** (News Rating Point) 25.04.2015
पिछले सप्ताह अपने जन्मदिन, सांसदों की बधाई और फिर उन सांसदों को अमित शाह की डांट की वजह से संजय जोशी चर्चा में थे. इस सप्ताह वह पोस्टरों की वजह से चर्चा में रहे. शनिवार सुबह दिल्ली के चुनिंदा जगहों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कट्टर विरोधी माने जाने वाले संजय जोशी की ‘घर वापसी’ की मांग वाले होर्डिंग नजर आए. हालांकि कुछ देर बाद होर्डिंग्स को हटा दिया गया. इन होर्डिंग्स को लगाने की टाइमिंग को भी अहम माना जा रहा है, क्योंकि शनिवार सुबह ही प्रधानमंत्री 3 देशों का दौरा करके स्वदेश लौटे थे. इस खबर को जबरदस्त कवरेज मिली. इतना ही नहीं कौन हैं संजय जोशी और उनकी क्या हैं अदावत… इसको भी कई अखबार और टीवी चैनलों ने दिखाया.
Posters on Saturday sprung up outside the BJP headquarters and residences of party president Amit Shah and L K Advani in New Delhi, seeking the return of Sanjay Joshi, Narendra Modi’s bete noire and former general secretary, to the party-fold. The poster depicting the photograph of Joshi, once a powerful BJP leader who was divested from all party posts in 2005 following a CD controversy, sought his “ghar wapsi”. The posters with pictures of Modi, Shah and Joshi took a dig at the Modi government’s slogan of “Sabka Saath, Sabka Vikas”, and asked why Joshi was not being taken along. – Daily News & Analysis
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कट्टर विरोधी संजय जोशी के जन्मदिन पर उन्हें मोदी कैबिनेट के तीन मंत्रियों के बधाई वाले पोस्टरों का विवाद अभी पूरी तरह निपटा भी नहीं था कि शनिवार सुबह दिल्ली के चुनिंदा जगहों पर संजय जोशी की ‘घर वापसी’ की मांग वाले होर्डिंग नजर आए. हालांकि कुछ देर बाद होर्डिंग्स को हटा दिया गया. इन होर्डिंग्स को लगाने की टाइमिंग को भी अहम माना जा रहा है, क्योंकि शनिवार सुबह ही प्रधानमंत्री 3 देशों का दौरा करके स्वदेश लौटे हैं. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, हालांकि मोदी के दबाव की वजह से संजय जोशी के पास पार्टी में कोई अहम जिम्मेदारी नहीं है, लेकिन इसके बावजूद पार्टी में नेताओं और कार्यकर्ताओं का एक बड़ा वर्ग उनके साथ है. माना जा रहा है कि इसी वर्ग के कुछ कार्यकर्ताओं की ओर से ये होर्डिंग लगाए गए थे. दिलचस्प यह है कि इन होर्डिंग में नरेन्द्र मोदी और अमित शाह की फोटो भी है और दूसरी ओर संजय जोशी की फोटो थी. इसमें मोदी के मन की बात कार्यक्रम का आधार लेते हुए जुमला लिखा गया था कि जब सभी से होती है मन की बात तो क्यों नहीं होती संजय जोशी की वापसी की बात.
– नवभारत टाइम्स
विदेश यात्रा से लौटते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विपक्ष के साथ-साथ अपनों की भी रार झेलनी पड़ी है. किसानों के मामलों को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी नए तेवर में हैं. तो भाजपा के पूर्व संगठन महासचिव संजय जोशी के नाम एक बार फिर चर्चा में है. जन्मदिन विवाद थमने के बाद अब पोस्टर के सहारे जोशी की घर वापसी की मांग उठी है. पीएम को नसीहत देते हुए पोस्टर में उनके चुनावी नारे ‘सबका साथ सबका विकास’ और रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की याद दिलाई गई है. वैसे दोनों नेताओं की सियासी दुश्मनी लंबे समय से चली आ रही है. शुक्रवार देर रात भाजपा मुख्यालय, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के घर के बाहर जोशी की घर वापसी से संबंधित पोस्टर लगाए गए. शनिवार सुबह पोस्टर पर पार्टी नेताओं की नजर पड़ने के बाद बवाल मच गया. आनन-फानन में पोस्टरों को हटाया गया. हालांकि आडवाणी के निवास पर यह पोस्टर टंगा हुआ है. – अमर उजाला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के प्रमुख नेताओं के घर के बाहर पूर्व महासचिव संजय जोशी की पार्टी में वापसी की अपील वाले पोस्टर लगा दिए गए हैं. उन्हें मोदी का धुर विरोधी माना जाता है. प्रधानमंत्री मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के घरों के सामने लगाए गए इन पोस्टरों में संजय जोशी की पार्टी में वापसी की तरफदारी की गई है. – दैनिक जागरण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत लौट चुके हैं. पीएम की वापसी के साथ ही मोदी के विरोधी संजय जोशी की घर वापसी का बात उठने लगी है. बीजेपी मुख्यालय और पार्टी के बड़े नेताओं के घर के बाहर शनिवार को संजय जोशी की घर वापसी से संबंधित पोस्टर लगाए गए
– आजतक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश लौटते ही उनके घोर विरोधी माने जाने वाले बीजेपी नेता संजय जोशी के पोस्टर बीजेपी मुख्यालय, लालकृष्ण आडवाणी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के घर के बाहर लगाए गए. शनिवार सुबह जैसे ही इन पोस्टर्स को देखा गया तो उनको हटा दिया गया.
– khaskhabar
बीजेपी के पूर्व महासचिव और आरएसएस नेता संजय जोशी के दिल्ली में लगे ताजा पोस्टरों ने एक बार फिर सियासी हलचल पैदा कर दी है. पीएम मोदी के स्वदेश लौटते ही उनके धुर विरोधी माने जाने वाले जोशी के पोस्टर बीजेपी मुख्यालय, लालकृष्ण आडवाणी और अमित शाह के घर के बाहर लगाए गए.
– Worldnow
भाजपा में नरेंद्र मोदी व संजय जोशी की स्थिति ऐसे दो तलवारों की तरह है जो एक समय, एक साथ एक मयान रूपी भाजपा में नहीं रह सकते.
– प्रभात खबर
होर्डिंग्स में संजय जोशी की घर वापसी की मांग की गई है. होर्डिंग्स में लिखा है कि ‘सबका साथ सबका विकास, फिर क्यों नहीं संजय जोशी का साथ . ‘होती है सबके मन की बात फिर क्यों नहीं करते संजय जोशी से बात जैसे नारे लिखे हैं.
– राजस्थान पत्रिका
भाजपा के पूर्व महासचिव संजय जोशी को पार्टी में वापस लाने की मुहिम वाले पोस्टरों से भाजपा सतर्क हो गई है. पार्टी कार्यकर्ताओं ने भाजपा मुख्यालय के साथ अध्यक्ष अमित शाह व लालकृष्ण आडवाणी के घर के पास लगाए गए इन पोस्टरों को आनन-फानन में उतरवा दिया है.
– हिन्दुस्तान
फ्रांस, जर्मनी और कनाडा की यात्रा फतह कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश लौटते ही उनके घोर विरोधी माने जाने वाले भाजपा नेता संजय जोशी के समर्थकों ने पोस्टर वार शुरू किया है.
– ज़ी न्यूज़
‘सबका साथ सबका विकास फिर क्यों नहीं संजय जोशी का साथ’ वाले पोस्टर आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तीन देशों की यात्रा से स्वदेश वापसी के दिन आज सुबह-सुबह दिल्ली में कई जगह दिखायी दिये. इन पोस्टरों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व महासचिव और श्री मोदी के धुर विरोधी माने जाने वाले संजय जोशी की घर वापसी की मांग की गयी है.
– आर्यावर्त
बीजेपी नेता संजय जोशी ने कहा है कि नरेंद्र मोदी उनके नेता हैं. नागपुर में एक कार्यक्रम में उन्होंने बुधवार को कहा, ‘मैं एक बीजेपी कार्यकर्ता हूं और बीजेपी कार्यकर्ता ही रहूंगा. नरेंद्र मोदी मेरे नेता हैं.’ इससे पहले जोशी के समर्थकों ने प्रधानमंत्री के खिलाफ पोस्टर युद्ध छेड़ दिया था. उन्होंने सीनियर बीजेपी नेताओं के घर के बाहर पोस्टर लगाकर जोशी के लिए पार्टी में पद की मांग की थी. इन पोस्टरों में पीएम मोदी के मन की बात और बीजेपी की घर वापसी पर भी ताना मारा गया था. हाल ही में संजय जोशी के जन्मदिन पर पोस्टरों के जरिए उन्हें बधाई देने वाले मंत्रियों से पार्टी लीडरशिप ने पूछताछ भी की थी.
– नवभारत टाइम्स