एनआरपी डेस्क
लखनऊ। अयोध्या में अवैध कॉलोनाइजर्स में विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, महापौर ऋषिकेश उपाध्याय समेत 40 रसूखदारों के नाम आने के बाद रविवार को यह खबर टीवी चैनलों और सोशल मीडिया पर छा गई, लखनऊ से प्रकाशित टाइम्स ऑफ इंडिया और अमर उजाला के पेज एक की खबर बनी। दैनिक जागरण और नवभारत टाइम्स ने इस खबर को अंदर के पृष्ठ पर छापा।
अखबारों ने लिखा कि जमीन के अवैध कारोबार में इन रसूखदारों ने करोड़ों रुपये का वारा-न्यारा किया है। इनमें कई ऐसे नाम हैं जो श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को लाखों की जमीन करोड़ों में बेचने को लेकर चर्चा में रह चुके हैं। अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह का कहना है कि अवैध कॉलोनियों की जांच करवाई जा रही है। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ रेरा के तहत कार्रवाई की जाएगी।
सांसद लल्लू सिंह ने पिछले दिनों पत्र लिखकर जमीन के अवैध कारोबार की शिकायत सीएम योगी आदित्यनाथ से करते हुए एसआईटी जांच की मांग की थी। सूत्रों के अनुसार सीएम ने इसमें लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए तो शनिवार को प्राधिकरण ने पहली सूची जारी कर दी। इसमें विधायक, महापौर के अलावा सपा नेता नन्हें मियां व उनका पुत्र सुल्तान अंसारी आदि भी शामिल है। अन्य नामों में भी ज्यादातर ऊंची रसूख वाले बताए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि ऊंची रसूख के चलते इन पर विभाग और अफसर कार्रवाई करने से हिचकते हैं।
अयोध्या विधायक वेद प्रकाश गुप्ता :
सरयू के डूब क्षेत्र में जयपुरिया स्कूल के सामने नन्हें मियां के साथ मिलकर जमीन के अवैध कारोबार व कॉलोनी विकसित करने के खेल करने का आरोप है। उन पर जमीन खरीद-फरोख्त में मध्यस्थता से भी लाखों कमाने का आरोप है। एक वायरल ऑडियो के अनुसार उन्होंने करीब 57 बीघा जमीन की भी डील कराई। इसमें 8 करोड़ का लाभ लेने की भी चर्चा है।
महापौर ऋषिकेश उपाध्याय :
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को जमीन बेचने के मामले में चर्चा में आए थे। एडीए की सूची के अनुसार सहादतगंज स्थित भाजपा कार्यालय से आगे उनकी जमीन है, जिस पर अवैध रूप से कॉलोनी विकसित किए जाने की कार्रवाई हुई।
मिल्कीपुर से पूर्व भाजपा विधायक गोरखनाथ बाबा :
दो सहयोगियों महीप सिंह और सचिन जायसवाल के साथ डूब क्षेत्र में अवैध प्लाटिंग कराने के आरोपी हैं। दोनों आरोपी प्रॉपर्टी डीलर बताए गए हैं।