Sharad Yadav JDU

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HIT * (News Rating Point) 18.04.2015

पद्म पुरस्कार सिर्फ बेइमानों और समाज के उच्च तबके को दिए जाने सम्बंधित विवादास्पद बयान और जनता परिवार को एक साथ लाने के प्रयासों और उसकी घोषणा के चलते शरद यादव इस सप्ताह चर्चा में रहे.

एक विवादास्पद बयान में जदयू अध्यक्ष शरद यादव ने कहा है कि पद्म अवार्ड सिर्फ बेईमान और समाज के उच्च वर्ग के लोगों को दिए गए. उन्होंने साथ ही समाजवादी विचारधारा वाले लोगों से ये सम्मान लौटा देने के लिए भी कहा. शुक्रवार रात यहां एक कार्यक्रम में यादव ने कहा, ‘समाजवादी लोगों को पद्मश्री और पद्म विभूषण लौटा देना चाहिए. ये पुरस्कार सिर्फ उन्हीं लोगों को दिए गए जो बेईमान हैं और समाज के उच्च वर्ग के हैं.’ उन्होंने कहा कि इस वर्ष पद्म पुरस्कारों की सूची में एक भी दलित, आदिवासी या किसान शामिल नहीं है.
दैनिक जागरण
Janata Dal (United) MP Sharad Yadav has defended his controversial statement on Padma Awards being “dishonest“ and not rep resenting all sec tions of India. Alleging that his views were quoted out of context by a section of the media, Yadav said the country needs to have a debate on why huge section of tribals, adivasis and people from backward classes have not been conferred with the award in the last 68 years. “How can you ignore 80% of country’s population including farmers? Have they not contributed? Did not you find a single person qualified for getting these awards?“ Yadav asked.
– The Times of India
जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष शरद यादव एक बार फिर विवादित टिप्पणी से सुर्खियों में आ गए हैं. उन्होंने कहा कि पद्म पुरस्कार सिर्फ बेईमान और बड़े लोगों को दिए जाते हैं. इस साल पद्म पुरस्कारों की सूची में कोई भी दलित, आदिवासी या कृषक समुदाय का नहीं है. माना जा रहा है कि शरद की इस टिप्पणी से विवाद बढ़ सकता है. शुक्रवार रात मुंबई में एक कार्यक्रम में यादव ने कहा कि समाजवादी विचारधारा के लोगों को पद्मश्री और पद्मभूषण जैसे पुरस्कारों पर लात मारनी चाहिए, क्योंकि ये पुरस्कार सिर्फ बेइमानों और समाज के उच्च तबके को दिए जाते हैं.
अमर उजाला
पद्म पुरस्कारों पर विवादित बयान देने वाले जद (यू) नेता शरद यादव ने खुद एक डॉक्टर को यह पुरस्कार देने की सिफारिश की थी. गृह मंत्रालय के एक दस्तावेज के मुताबिक शरद यादव ने पिछले साल गुड़गांव के डॉक्टर बलराज सिंह यादव को पद्म पुरस्कार देने की सिफारिश की थी. जब शरद यादव से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्होंने किसी के नाम की सिफारिश की होगी और वह अक्सर ऐसा करते रहते हैं. उन्होंने कहा, ‘मैंने जो कहा है और जो सिफारिश की है उसमें कोई विरोधाभास नहीं है. पद्म पुरस्कारों पर मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया. मैंने कहा था कि पद्म पुरस्कारों की चयन प्रक्रिया में ईमानदारी नहीं है क्योंकि इसमें कोई पारदर्शिता नहीं है.
अमर उजाला
पद्म पुरस्कार बंद हो : शरद यादव
हिन्दुस्तान
एक कार्यक्रम में शरद यादव ने कहा कि पद्म पुरस्कार बेईमान और व्यवस्था से जुड़े लोगों को ही मिलता है. उन्होंने कहा, “ये उन लोगों को मिल रहा है जो बेईमान हैं, समाज की व्यवस्था का हिस्सा हैं.
बीबीसी
पद्म पुरस्कार ”बेइमान” लोगों को दिए जाने का आरोप लगाने के बाद आज जदयू प्रमुख शरद यादव ने पद्म पुरस्कार देने का चलन बंद करने की मांग करके एक और विवाद को हवा दे डाली.
प्रभात खबर
शरद यादव ने भी की थी पद्म सम्मान के लिए गुड़गांव के डॉक्टर की सिफारिश
ज़ी न्यूज़
उन्होंने कहा है कि पद्म सम्मान सिर्फ बेईमान और बड़े लोगों को मिलता है, किसी गरीब या आदिवासी को पद्म सम्मान अभी तक नहीं मिला.
देशबंधु
शरद यादव ने इस बार पद्म पुरस्कार पर सीधा निशाना साधा है. यादव ने मुंबई में कहा कि पद्म पुरस्कार सिर्फ मक्कारों, बेईमानों और बड़े लोगों का मिलता है.
पंजाब केसरी
Padma awards are given only to the “dishonest” and those from the upper echelons of society, Janata Dal (United) president Sharad Yadav said and asked socialist-minded people to spurn the honour, in remarks that could stoke a controversy.
– NDTV
A day after claiming the Padma awards are given to “dishonest” people, JD(U) president Sharad Yadav said Monday the awards should be scrapped as the practice of giving the awards “discriminates” against the majority of people.
– The Asian Age
Janata Dal (U) national president Sharad Yadav has said that Padma awards were being given to “dishonest” people and the awards should be discontinued.
– The Economic Times
Janata Dal (United) president Sharad Yadav said on Thursday that the Janata Parivar had sorted out its past differences and would present itself as a united front before the public
– Business Standard
“We have merged,” Sharad Yadav of the Janata Dal United said after a meeting at Mulayam Singh’s Delhi residence.
– NDTV
भारत की छह राजनीतिक पार्टियों ने मिलकर एक नया दल बनाने का फ़ैसला कर लिया है. जनता परिवार के इस विलय का ऐलान दिल्ली में जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष शरद यादव ने किया.
बीबीसी
शरद यादव ने कहा कि हमने सर्वसम्मति से अपनी पार्टियों के विलय का फैसला किया है.
जनसत्ता
बुधवार शाम बैठक समाप्त होने के बाद संवाददाता सम्मेलन में सभी 6 दलों के नेता मीडिया के सामने आए. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने 6 दलों के जनता परिवार में विलय की घोषणा की.
राजस्थान पत्रिका

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