FLOP **** (News Rating Point) 21.02.2014
जिस स्वच्छ छवि के मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौजान जाने जाते हैं, उस पर व्यापमं घोटाले का मामला इतना ज़्यादा व्याप्त हुआ कि उसके छींटे शिवराज की खादी पर भी पड़ने लगे हैं. दरअसल वैसे तो लगातार इस घोटाले पर ख़बरें आ रही थीं लेकिन मुसीबत तब बढ़ गयी जब कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ दल-बल सहित प्रेस कांफ्रेंस करने भोपाल पहुँच गए. शायद ही कोई ऐसा चैनल हो जिसने इस खबर को न ताना हो.
एबीपी न्यूज़ ने कहा- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर सनसनीखेज आरोप लगाया है. दिग्विजय सिंह का आरोप व्यापम घोटाले मे शिवराज भी शामिल हैं. दिग्विजय सिंह ने नयी एक्सेल सीट जारी की जिसमें 48 जगहों पर शिवराज का नाम है. दिग्विजय सिंह ने भोपाल मे पत्रकार वार्ता कर आरोप लगाया है कि व्यापम घोटाले मे पेश की गयी एक्सेल सीट मे बड़े पैमाने पर छेड़छाड़ की गयी है. इस सीट मे से 48 जगहों पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का नाम था जिसे हटाकर उस जगह पर मिनिस्टर और उमा भारती लिखा गया. इसके थोड़ी ही देर बाद मुख्यमंत्री का बयान आ गया. शिवराज सिंह चौहान ने दिग्विजय पर पलटवार किया- आरोप लगाया कि उनकी विश्वसनीयता कम है और इसलिए वह अपने आरोपों को विश्वस्त बनाने के लिए राज्य के सारे कांग्रेसी नेताओं को ले आए. नवभारत टाइम्स सहित सहित तमाम अखबारों ने इसे पेज एक पर छापा. हिन्दुस्तान टाइम्स ने 17 फरवरी को लिखा- MP CM involved in exam scam: Cong- Top Congress leaders — AICC general secretary Digvijaya Singh and MPs Jyotiraditya Scindia and Kamal Nath —launched a frontal attack on Madhya Pradesh CM Shivraj Singh Chouhan on Monday, alleging that he was directly involved in the professional examination board (PEB) scam and had tampered with evidence. They demanded that Chouhan quit so that the special task force (STF) probing the scam can do so fairly. Singh, presenting what he said was evidence against Chouhan at a press conference, said the CM was among powerful people in the government who got candidates selected unfairly in the PEB tests. The fraud in the state-run PEB tests — which aid recruitment for a variety of courses and jobs — involved multiple rackets that helped candidates rig the examinations, including employing imposters to write test papers, manipulating seating arrangements and supplying forged answer sheets for a fee. हिन्दुस्तान सहित अखबारों ने लिखा- अपना नाम हटा शिवराज ने उमा का नाम डलवाया.ज़ाहिर है कि इन खबरों ने शिवराज सिंह चौहान की रेटिंग जबरदस्त तरीके से गिराई है. 17 फरवरी को इंडिया टीवी पर रजत शर्मा के कार्यक्रम में शिवराज सिंह चौहान आये और दिग्विजय के लगाए आरोपों पर सफाई दी.