एनआरपी डेस्क।
लखनऊ। दो महीने की मशक्कत के बाद किसी तरह सहमति बनाकर भाजपा के 70 जिलाध्यक्षों का ऐलान हो गया। इस तरह प्रदेश अध्यक्ष चुनाव का रास्ता भी साफ हो गया लेकिन अंदरूनी घमासान अभी बाकी है। अभी 28 जिले ऐसे हैं, जहां सहमति नहीं बन पा रही इसलिए ऐलान रोक दिया गया है। जहां ऐलान हो गया है, वहां भी कुछ जिलों में नाराजगी है। प्रदेश संगठन सबकी नाराजगी दूर करने की चुनौती से निपटने में लगा है। इस तरह चली चुनाव प्रक्रिया: भाजपा संगठन चुनाव की प्रक्रिया अक्टूबर में शुरू हुई थी। सबसे पहले बूथ अध्यक्षों का चुनाव हुआ। कुल 1,62,459 बूथों में से 1.42 लाख पर अध्यक्षों का ऐलान दिसंबर में कर दिया गया। जनवरी में कुल 1,918 मंडलों में से 1,548 पर चुनाव पूरे हुए। उसके बाद से जिलाध्यक्षों के चुनाव में भी दो महीने का समय लग गया। भाजपा में संगठन की दृष्टि से कुल 98 जिले और महानगर हैं। इनमें से 70 जिला और महानगर अध्यक्षों के नामों का ऐलान 16 मार्च को किया गया। अब भी 28 जिलों में अध्यक्ष तय नहीं हो सके हैं।