HIT ** (News Rating Point) 26.08.2015
भाजपा के वरिष्ठ नेता, वकील, अर्थशास्त्री सुब्रह्मण्यम स्वामी जेएनयू के अगले कुलपति हो सकते हैं, इस खबर पर इस सप्ताह सोशल वेबसाइट्स पर जंग छिड़ गई. मीडिया ने भी इस खबर को तवज्जो दी. स्वामी इस सप्ताह कई दिन लगातार इंटरनेट और सोशल मीडिया की हॉट ट्रेंड में रहे. स्वामी से जुड़ी इस खबर को करीब तीन लाख यूजर्स ने हिट व शेयर किया. खास बात यह है कि युवाओं की बड़ी तादाद स्वामी को कुलपति के रूप में देखने को तैयार है. उनका मानना है कि ऐसे लोगों की एंट्री से विश्वविद्यालयों का स्वरूप बदलेगा, जोकि छात्र हित में होगा. वामपंथियों के गढ़ कहे जाने वाले लाल दुर्ग यानी जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में दक्षिणपंथी विचारधारा की एंट्री को लेकर चर्चाओं का दौर गरम है. जेएनयू के लेफ्ट विचारधारा के छात्र फेसबुक से लेकर ट्विटर पर विरोध दर्ज करवा रहे हैं तो दक्षिणपंथी विचारधारा स्वागत कर रही है. इसके अलावा सुब्रह्मण्यम स्वामी के विवादित बयान की भी चर्चा रही. उन्होंने कहा कि जेएनयू का नाम सुभाष चन्द्र बोस के नाम पर होना चाहिए. उनका कहना था कि जवाहर लाल नेहरू थर्ड क्लास पास थे और बोस पढ़े-लिखे. इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि देश विरोधी गतिविधि वाले लोग भी वहां हैं. ड्रग्स इस्तेमाल होती है, जेहादी हैं और नक्सली भी हैं.
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)