FLOP ** (News Rating Point) 26.12.2015
पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री सुरजीत कुमार ज्ञानी अपने बयान के चलते इस सप्ताह चर्चा में रहे. उन्होंने कहा कि वह शराब को नशा नहीं समझते. उनकी इस टिप्पणी पर राजनीतिक दोस्तों और विरोधियों ने एक जैसी प्रतिक्रिया दी, लेकिन वह अपने बयान पर कायम हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मैं शराब नूं नशा नहीं समझदा (मैं शराब को नशा नहीं समझता) तुसी शराब नूं नशा कह नहीं सकदे (आप शराब को नशा नहीं कह सकते). ज्ञानी ने सोमवार को मुक्तसर जिले के गिद्दरबाहा में एक नशा मुक्ति केंद्र का उद्घाटन करने के बाद कहा, ‘‘सरकार शराब बनाने के लिए लाइसेंस देती है, हम शराब की दुकानों की नीलामी करते हैं. जब तक यह किया जाता है तब तक शराब को नशा नहीं कहा जा सकता, आप सेना में शराब पीते हैं. पार्टियों में भी शराब परोसी जाती है.’’ उनकी टिप्पणी पर कांग्रेस और आप सहित विपक्षी पार्टियों ने पंजाब सरकार पर हमला बोला और कहा कि इससे यह खुलासा हो गया है कि शिअद-भाजपा गठबंधन ‘दोमुंही बात करने वाला’ है. वहीं शिरोमणि अकाली दल ने इस बयान से खुद को अलग कर लिया. पंजाब कांग्रेस इकाई ने कहा कि राज्य में नशे की समस्या को रोकने के लिए नशा मुक्ति केंद्र खोल कर लोगों को मूर्ख बना रही है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ ने कहा, ‘‘यह भाजपा विधायक का बयान नहीं है. यह शिअद-भाजपा शासन की राजकीय नीति है.’’
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)
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