लखनऊ। अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की उप निदेशक अमृता सिंह और संयुक्त निदेशक शेषनाथ पांडेय ने एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। उप निदेशक ने मामलों की जांच सीबीआई से कराने तो संयुक्त निदेशक ने अमृता सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराए जाने की मांग की है। इससे विभाग में घमासान मच गया है। अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के निदेशक अंकित अग्रवाल का कहना है कि मामला सक्षम स्तर पर विचाराधीन है। कोई भी अगला निर्णय उसी स्तर से लिया जाएगा। उप निदेशक (डीडी) अमृता सिंह ने शासन को भेजे पत्र में कहा है कि संयुक्त निदेशक (जेडी) शेषनाथ पांडेय ने समूह घ के पदों पर नियुक्ति के लिए अनियमित तरीके से वित्तीय सहमति और अनुमोदन दिया। बलरामपुर में की गई नियुक्तियों में भी अनियमितताएं की। मदरसा जामिया इस्लामिया मदनपुरा में परिचारक के पद पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर हुई नियुक्ति में भी जेडी प्रथम दृष्टया दोषी प्रतीत होते हैं। अनुचित ढंग से आय और निजी व्यवसाय के गंभीर आरोप भी लगाए गए हैं।
अधिकारियों ने एक-दूसरे पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप : अमर उजाला
एनआरपी डेस्क।



