एनआरपी डेस्क
लखनऊ: सबसे बड़ी चुनौती बने साइबर अपराधियों से निपटने की नई रणनीति तैयार की गई है। अब भोले-चाले लोगों की साइबर अपराधियों के चंगुल से बचाने और उन्हें अब कड़ी सजा दिलाने के लिए राज्य में ‘साइबर कमांडों तैयार किए गए है। आईआईटी कानपुर और देश के अन्य आठ तकनीकी संस्थानों से प्रशिक्षित वे साइबर कांडों न केवल लोगों को बचाव के गुर सिखाएंगे बल्कि घटना होने पर लोगों की धनराशि बनाने के साथ ही अपराधियों को दबोचने व कड़ी सजा दिलाने में कारगर सिद्ध होंगे। यूपी के 15 पुलिसकर्मी साइबर कमाण्डो बने यूपी के 15 चुनिंदा पुलिस कर्मियों को विशेष ट्रेनिंग देने के लिए आईआईटी कानपुर, ट्रिपल आईआईटी रायपुर, राष्ट्रीय रक्षा यूनिवर्सिटी (आरआरयू), नेशनल। इन कमाण्डों से ट्रेनिग पाने वाले पुलिस कर्मी अलग-अलग जिलों के साइबर बाने में विवेधक प्रभारिय को प्रशिक्षित करेंगे। एडीजी साइबर प्राइम विनीद कुमार सिंह का कहना है कि साइबर कमाण्डो ने ट्रेनिंग देना शुरू कर दिया है। इसका फायदा साइबर अपराध से पीड़ितों को मिलने के साथ अपराधियों को सजा दिलाने में भी इनकी ट्रेनिग अहम साबित होगी। इन कमाण्डो ने यूपी पुलिस के विवेचकी और सब इंस्पेक्टरों को ट्रेनिंग देकर नियुग करना शुरू कर दिया है। सात-सात कमाण्डो अलग-अलग समय में जार ट्रेनिंग देना शुरू कर चुके हैं। जल्दी ही प्रशिक्षित होकर नए कमाण्डी भी काम करना शुरू कर देंगे।