HIT **** (News Rating Point) 18.06.2016
विधानपरिषद और राज्यसभा के चुनाव में समाजवादी पार्टी प्रत्याशी को वोट देने और फिर समाजवादी पार्टी से प्रत्याशी घोषित होने की वजह से गोरखपुर (ग्रामीण) क्षेत्र से विधायक विजय बहादुर यादव चर्चा में रहे. पहले उनको भाजपा ने विधानमण्डल दल से निलम्बित कर दिया. लेकिन उसके बाद समाजवादी पार्टी ने उन्हें अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया. भारतीय जनता पार्टी विधानमंडल दल के नेता सुरेश खन्ना ने यादव को निलंबित करते हुए पार्टी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य से उन्हें दल से निष्कासित करने की सिफारिश की. अखबारों ने लिखा कि विजय बहादुर का कहना था कि विधायक के लिए स्थानीय परिस्थितियां अहम होती हैं. हमने गोरखपुर के विकास के दावे के साथ चुनाव लड़ा और जीते. वहां बहुत समस्याएं हैं. फर्टिलाइजर फैक्ट्री और रेल कोच कारखाना बंद है. केंद्र सरकार ने एम्स देने का वादा किया था लेकिन उस पर कुछ नहीं किया. स्थानीय लोग हमसे सवाल पूछते थे. वहां बीजेपी वाले ही विकास में सबसे बड़े बाधक बने हुए हैं. पूर्वांचल में कालाजार, जेई और डेंगू जैसी बीमारियों से लोग परेशान हैं.
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)