Vinay Katiyar BJP

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FLOP * (News Rating Point) 06.06.2015
विनय कटियार ने इस सप्ताह मंदिर निर्माण के लिए केंद्र सरकार को नसीहत देकर भले ही अपना चिर-परिचित रुख जाहिर किया है, पर इससे केंद्र की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. कटियार का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी करिश्माई छवि के बीच मंदिर मुद्दे को हाशिए पर रखने में कामयाब नजर आ रहे थे. यहां तक कि मंदिर के प्रति सर्वाधिक जवाबदेह समङो जा रहे संत भी प्रधानमंत्री के रुख से सहमति जता रहे हैं और उनके एजेंडे में सवरेपरि सबका साथ-सबका विकास परिभाषित हो रहा है. प्रधानमंत्री सोमवार की शाम ही अपने आवास पर दूसरे समुदाय के ढाई दर्जन प्रतिनिधियों से भेंट कर यह संदेश भी दे चुके हैं कि राम मंदिर सहित टकराव के किसी विषय का स्पर्श न करते हुए वे विकास के उसी एजेंडे पर पूरी ताकत से लगे हैं, जिस पर वे चुनाव लड़कर भारी बहुमत के साथ केंद्र की सत्ता तक पहुंचे. ऐसे में कटियार के ताजा बयान के खास राजनीतिक निहितार्थ भी हैं. राम मंदिर की तरह कटियार भी लंबे समय से राजनीतिक तौर पर हाशिए पर हैं. राज्यसभा सदस्य होने की ओहदेदारी के अलावा इन दिनों उनके पास अन्य कोई दायित्व नहीं है.

(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)

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