VK Singh BJP

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FLOP *** (News Rating Point) 11.04.2015

पहले भी अपनी ही सरकार को असहज करने वाले विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह इस बार मीडिया को आपत्तिजनक और भद्दी संज्ञा ‘प्रेस्टीट्यूट’ कहे जाने से चर्चा में हैं. उनके इस बयान से भाजपा ने किनारा कर लिया और विपक्ष ने जबरदस्त निशाने पर लिया. मीडिया ने वीके सिंह खासी आलोचना की. सोशल मीडिया पर भी पहले वीके सिंह आलोचना का शिकार हुए लेकिन उसके बाद भारी संख्या में लोगों ने वीके सिंह का समर्थन किया. लेकिन सच तो यह है कि उनकी बयानबाजी और ट्वीट के चलते यमन में भारत की सफलता उनकी आलोचनाओं में तब्दील हो गयी.

केंद्रीय नेतृत्व की ओर से बार-बार सभी नेताओं को आगाह किया गया है कि अपनी जबान पर लगाम रखें. यह स्थिति इसलिए पैदा हुई क्योंकि सिंह से पहले दो मामलों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक को संसद में आकर इसकी भर्त्सना करनी पड़ी थी. यमन जाकर अपनी निगरानी में भारतीयों को सुरक्षित निकालकर वापस देश भेजने की जिम्मेदारी बाखूबी संभाल रहे जनरल सिंह के इस कार्य की तो प्रशंसा हो रही है. वीके सिंह के ट्वीट पर विरोधी दलों को भले ही आपत्ति हो, लेकिन उन्हें सोशल नेटवर्किग साइटों पर जोरदार समर्थन मिल रहा है. फेसबुक पर उन्हें खूब लाइक मिल रहा है. ट्विटर पर उनके पक्ष में हैशटैगहैट्सऑफजनरल शीर्ष पर ट्रेंड कर रहा है.
दैनिक जागरण
एक चैनल ने ओमान में भारतीयों को बचाने के अभियान की पाकिस्तानी उच्चायोग से तुलना करने पर सिंह की खिंचाई की थी. इससे नाराज सिंह ने मंगलवार की देर रात विवादास्पद ट्वीट किया. इसमें सिंह ने कहा कि ‘दोस्तों आप ‘प्रेसटीट्यूट्स’ से क्या उम्मीद करते हैं? पिछली बार टीवी एंकर ने सोचा कि स्पेलिंग में ‘ई’ की जगह ‘ओ’ है.
अमर उजाला
केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह अपने ताजा ट्वीट को लेकर फिर विवादों में हैं. इसमें उन्होंने मीडिया को प्रेस्टीट्यूट (पक्षपात वाली पत्रकारिता करने वाला) कहा. यह शब्द प्रेस और प्रोस्टीट्यूट (सेक्स वर्कर) से मिलकर बना है. सिंह युद्धग्रस्त यमन में भारतीयों को बचाने के मिशन की अगुवाई कर रहे हैं. वहां जिबूती में मंगलवार को उन्होंने कहा था कि भारतीयों को बचाना उतना रोमांचक नहीं था, जितना पाकिस्तानी दूतावास जाना.
नवभारत टाइम्स
Gen V K Singh’s use of the word “presstitute” to mock or insult the media is not new. He used it in a public forum over a year ago, and has done so repeatedly thereafter. He described The Indian Express and its journalists — after the newspaper’s report on how troop movements under his watch rattled the UPA government — as “presstitutes” more than once. Most recently on March 24, reacting to a report on his visit to the Pakistan High Commission the previous evening — and the series of odd tweets he put out — Singh tweeted: “Indian Express proves that P Word fits them like a glove.” On April 7, the former Army chief, now Minister of State for External Affairs, posted on Twitter: “Friends what do you expect from presstitutes. Last time (Times Now editor) Arnab (Goswami) thought there was ‘O’ in place of ‘E’.” Predictably, Singh’s insults triggered a storm of protest in the media.
– The Indian Express
Even as Congress pounced on Union minister V K Singh for his “presstitute“ tweet and demanded his sacking, BJP on Wednesday distanced itself from the controversial statement. “Twitter is a personal platform and not a party platform and the meaning of the tweet can best be deciphered by the person concerned,“ BJP national spokesperson Sambit Patra was quoted by agencies as saying.The controversy has taken much of the focus away from the good work done by the government in bringing back stranded Indians from Yemen.
– The Times of India
Union minister of State for External Affairs VK Singh sparked off a fresh controversy by making snide remarks against a TV channel on Twitter on Wednesday. While Mr. Singh’s party, the BJP distanced itself from the controversial tweet.
– The Hindu
The Union Minister of States for External Affairs Gen VK Singh on Wednesday sparked another controversy. The minister tweeted referring to the media as ‘presstitutes’ on the micro-blogging site.
– IBN
Minister of state for external affairs VK Singh on Tuesday landed into a fresh controversy with political parties and editors slamming him for calling the media ‘presstitutes’. The Congress said his comments were “deplorable” and insensitive.
– Hindustan Times
After VK Singh’s controversial Pakistan visit to attend their National Day celebrations, the army chief hit headlines with his Yemen evacuation tweet.
– The New Indian Express
Congress on Wednesday demanded immediate sacking of Union Minister V K Singh for his controversial “presstitutes” remarks against newsmen and targeted Prime Minister Narendra Modi for not taking any action against him.
– Financial Express
The BJP on Wednesday decided to distance itself from Union Minister VK Singh’s sarcastic tweet directed at journalist Arnab Goswami and the TV channel he helms and a party spokesman said the retired general should be the one to explain his ‘presstitute’ comment.
– Huffington Post
The Congress on Wednesday demanded immediate sacking of Union Minister V K Singh for his “presstitutes” remarks against newsmen and targeted Prime Minister Narendra Modi for not taking any action against him even as the BJP distanced itself from the controversial tweet.
– The Tribune
The second was, “General VK Singh says Yemen rescue operation is not as exciting as his visit to Pakistan embassy”. And the third one; “General VK Singh thinks rescue operations underway in war-hit Yemen are a big joke, claims they are not exciting”.
– Deccan Herald
Minister of state for external affairs Gen. V.K. Singh (Retd) has landed himself in yet another controversy, this time over his remarks dubbing some journalists as “presstitutes”, even as the minister tweeted Wednesday that “if a simple remark that the media finds (evacuation efforts from) Yemen less exciting than my attending Pak Day (the recent Pakistan National Day celebrations at the Pakistan high commission) is contorted out of shape, then SOS GOD”. While the BJP distanced itself from Gen. Singh’s controversial tweet, saying Twitter was a personal and not a party forum, the Congress was not amused and a Congress leader demanded Gen. Singh’s dismissal from the council of ministers.
– The Asian Age
उनके ट्वीट के बाद ##Presstitutes ट्रेंड करने लगा, ज़्यादातर लोग उनके बयान से सहमति जता रहे हैं. सचिन वैद्य ने वीके सिंह से सहमति जताते हुआ लिखा, “मीडिया को आत्म मंथन करने की ज़रूरत है. लोकतंत्र का चौथा स्तंभ ढह रहा है.” गौतम लिखते हैं, “जनरल वीके सिंह का पाकिस्तान दूतावास में 10 मिनट की मौजूदगी पर मीडिया ने इतनी हाय-तौबा मचाई और यमन में भारतीय नागरिकों को निकालने के जिस काम में वो जुटे हुए हैं उसे मीडिया ज़रा भी तवज्जो नहीं दे रहा है.”
बीबीसी
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री वीके सिंह के मीडिया को दिये विवादित बयान का मुद्दा अभी शांत भी नही हुआ था कि सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश मार्कंडेय काटजू ने भी मीडिय़ा को ‘प्रेस्टीट्यूट’ बताकर इस मामले को और भी गर्मा दिया है. काटजू ने सोशल मीडिय़ा फेसबुक के माध्यम से लिखा है कि ज्यादातर मीडिया उसी श्रेणी में आती है जिस श्रेणी का जिक्र वीके सिंह ने किया है. काटजू ने कहा कि मीडिय़ा का एक बड़ा तबका ‘प्रेस्टीट्यूट’ है.
पंजाब केसरी
मीडिया को वेश्या कहने वाले विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने अपने बयान पर सफाई देते हुए प्रेस कांउसिल ऑफ इंडिया को चिट्ठी लिखी है . वीके सिंह ने कहा है कि उन्होंने जो कहा वो मीडिया में सबके लिए नहीं था. बल्कि उन्होंने अपनी टिप्पणी किसी खास के लिए की थी . चिट्ठी में वीके सिंह ने कहा है- 2012 से ही मीडिया के कुछ खास लोग मुझे निशाना बना रहे हैं . मीडिया के कुछ लोग न सिर्फ झूठी खबरें छापते हैं बल्कि उस संस्थान को भी नुकसान पहुंचाया जिसका नेतृत्व मैं बतौर सेना प्रमुख कर रहा था . ये सब कुछ यूपीए सरकार के दौरान हुआ .
एबीपी न्यूज़
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि यह एक अतिवादी स्थिति है जिसमें अपनी आलोचना एवं विरोध सुनने के प्रति अक्षमता एवं असहिष्णुता पता चलती है. पूर्व केन्द्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने कहा कि सिंह ने जो कहा, वह पूरी तरह से निंदनीय है और उसकी कठोरतम शब्दों में भर्त्सना की जानी चाहिए.
जी न्यूज़
पूर्व केन्द्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने कहा कि सिंह ने जो कहा, ‘वह पूरी तरह से निंदनीय है और उसकी कठोरतम शब्दों में भर्त्सना की जानी चाहिए. उन्होंने सिंह को मंत्री पद से बर्खास्‍त करने की मांग करते हुए कहा कि यह प्रेस की आजादी पर प्रहार है.
एनडीटीवी
वीके सिंह ने जिबूती में कहा, “वास्तव में कहा जाए तो यमन का अभियान पाकिस्तानी दूतावास में जाने से कम रोमांचक था.” कांग्रेस ने इस बयान को उनकी असंवेदनशीलता करार दिया. इस पर सिंह ने टीवी चैनल को दोष दिया. इसी बयान पर सफाई देते हुए उन्होंने ट्वीट कर मीडिया के एक वर्ग पर निशाना साधा.
दैनिक भास्कर
केंद्रीय रक्षा मंत्री वीके सिंह अपने ट्वीट में मीडिया को ‘प्रॉस्टीट्यूटÓ बता कर मुश्किल में फंस गए हैं. एक ओर जहां सिंह की पार्टी भाजपा ने खुद को अलग कर लिया है, वहीं कांग्रेस ने उन्हें बर्खास्त करने की मांग की है.
देशबंधु
विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह के टवीट से उभरे नए विवाद से भाजपा ने अपने को अलग करते हुए बुधवार को कहा कि टवीटर एक व्यक्तिगत मंच है न कि कोई पार्टी फोरम और किसी टवीट का मतलब संबंधित व्यक्ति ही स्पष्ट कर सकता है. यमन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने के कार्य की देख-रेख के लिए वहां के पड़ोसी देश जिबूती गए सिंह के कल के उस बयान से विवाद पैदा हो गया जिसमें उन्होंने इस बचाव कार्य की तुलना पिछले दिनों नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में आयोजित एक कार्यक्रम में खुद के जाने की घटना से की.
हिंदुस्तान
वीके सिंह ने मंगलवार को अपने एक ट्वीट में मीडिया को ‘Presstitutes’ कहा. सिंह आजकल यमन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए चल रहे ऑपरेशन पर नजर रख रहे हुए हैं. उन्होंने ये ट्वीट जिबूती में प्रेस कांफ्रेंस के बाद दिया. वीके सिंह ने अपने ट्वीट से ऐसे मीडिया संस्थानों पर निशाना साधा है जो पाकिस्तान दिवस में शामिल होने को लेकर उन पर हमला कर रहे थे. आईबीएन-7

युद्धग्रस्त यमन में अब भी गोले बरस रहे हैं और खूनखराबा जारी है. ऐसे माहौल में अपने नागरिकों को बचाने में जहां अमेरिका जैसे कई विकसित देश पीछे छूट गए, वहीं भारत ने अभूतपूर्व अभियान छेड़कर न सिर्फ अपने नागरिकों को, बल्कि विदेशियों को भी बचाकर दिखाया. शुक्रवार को यह अभियान औपचारिक रूप से पूरा हो गया. पूरे अभियान के दौरान यमन के पड़ोसी देश जिबूती में कमान संभालने वाले विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह शुक्रवार को स्वदेश लौट आए.

-नवभारत टाइम्स

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