HIT 1/2* (News Rating Point) 18.04.2015
पिछले सप्ताह मीडिया के लिए ‘प्रेसटीट्यूट’ शब्द का इस्तेमाल करने को लेकर आलोचनाओं का सामने करने वाले केंद्रीय मंत्री वीके सिंह इस सप्ताह अपने स्पष्टीकरण के चलते चर्चा में रहे. उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ ‘प्रेरित मुहिम’ चलाने वाले मीडिया के एक छोटे से धड़े को छोड़कर बाकी से वह माफी मांगते हैं. साथ ही आरोप लगाया कि उनके खिलाफ मुहिम के पीछे एक हथियार दलाल की लॉबी है और सुपारी जर्नलिस्म का जुमला उछाला.
‘प्रेस्टीट्यूट’ शब्द का प्रयोग करने को लेकर आलोचनाओं का सामना करने वाले केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने शनिवार को मीडिया से माफी मांगी. विदेश राज्य मंत्री ने कहा, ‘मेरे खिलाफ ‘प्रेरित अभियान’ चलाने वाले मीडिया के एक छोटे से धड़े को छोड़कर मैं सभी से माफी मांगता हूं.’ केंद्रीय मंत्री ने समूचे मीडिया के लिए इस शब्द का प्रयोग कभी नहीं किए जाने की दलील देते हुए कहा कि उनका मानना है कि मीडिया का 90 फीसद हिस्सा अपना काम आज भी पूरी जिम्मेदारी के साथ कर रहा है. उन्होंने कहा, ‘इस 90 फीसद मीडिया समुदाय को मेरे अपशब्द से यदि बुरा लगा हो तो मैं उनसे माफी मांगता हूं. मैंने इस शब्द का इस्तेमाल सिर्फ उन दस प्रतिशत लोगों के लिए किया था, जो इसके काबिल (पक्षपाती लोग) हैं.’
– दैनिक जागरण
मीडिया के लिए ‘प्रेसटीट्यूट’ शब्द का इस्तेमाल करने को लेकर आलोचनाओं का सामने करने वाले केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने शनिवार को कहा कि उनके खिलाफ ‘प्रेरित मुहिम’ चलाने वाले मीडिया के एक छोटे से धड़े को छोड़कर बाकी से वह माफी मांगते हैं. सिंह ने समूचे प्रेस के लिए इस शब्द का इस्तेमाल कभी नहीं किए जाने की दलील देते हुए कहा कि उनका मानना है कि मीडिया का 90 फीसदी हिस्सा अपना काम जिम्मेदारी के साथ कर रहा है. सिंह ने कहा कि अगर 90 फीसदी को बुरा लगा तो मैं माफी मांगता हूं. मैंने 10 फीसदी के लिए इस शब्द का इस्तेमाल किया और वे इस शब्द के लायक हैं.
– नवभारत टाइम्स
केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने अपने विवादास्पद ट्वीट के लिए मीडिया से आधी-अधूरी माफी मांग ली है. आधी-अधूरी इसलिए क्योंकि उन्हें लगता है कि मीडिया का एक तबका उनके खिलाफ अभियान चला रहा है. उन्होंने इस वर्ग से माफी मांगने से इंकार कर दिया है. ट्वीट विवाद पर शनिवार को पहली बार मीडिया के सामने आए वीके सिंह ने कहा कि 90 प्रतिशत मीडिया अपनी जिम्मेदारियों को सही ढंग से निभा रहा है. यदि मेरी टिप्पणी से इस धड़े को दुख पहुंचा है तो मैं माफी चाहता हूं.
– अमर उजाला
केंद्रीय मंत्री जनरल (रिटायर्ड) वीके सिंह ने मीडिया पर एक बार फिर निशाना साधा है . सिंह ने रविवार को कहा कि उन पर दबाव बनाने के लिए हथियार लॉबी की शह पर मीडिया का एक हिस्सा उनके खिलाफ एक ‘कपटी अभियान’ चला रहा है. सिंह ने कहा कि उन्होंने इस बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बता दिया है. सिंह ने साजिश में एक पूर्व वरिष्ठ सैन्य अधिकारी के शामिल होने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘यह सिर्फ एक कपटी अभियान है जिसके लिए हथियार लॉबी देर तक काम कर रही है. जब मैं सेना प्रमुख था तो वे मुझे हरा नहीं पाए थे. उनकी मुहिम चालू है.’
– नवभारत टाइम्स
विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने एक बार फिर मीडिया पर सवाल उठाया है. सिंह ने आरोप लगाया कि उन पर दबाव बनाने में जुटे हथियार दलाल की शह पर मीडिया का एक तबका उनके खिलाफ अभियान चला रहा है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इससे अवगत करा दिया है.
– दैनिक जागरण
पत्रकारों को वेश्या बता कर विवादों में घिरे विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह ने फिर आरोप लगाया है कि उनके खिलाफ दुष्प्रचार में हथियार लॉबी का हाथ है. उन्होंने कहा कि हथियार लॉबी से जुड़े एक पूर्व सैन्य अधिकारी इसके लिए मीडिया के एक वर्ग का इस्तेमाल कर रहे हैं. सिंह ने दावा किया कि उन्होंने खुद के खिलाफ चलाए जा रहे दुष्प्रचार की विस्तृत जानकारी पीएम नरेंद्र मोदी को भी दी है. विदेश राज्यमंत्री ने कहा कि बतौर सैन्य प्रमुख उन्होंने मानकों पर खरा न उतरने वाले हथियार सौदे को हरी झंडी नहीं दी थी, तब से मीडिया का एक वर्ग हथियार लॉबी के इशारे पर उनके खिलाफ दुष्प्रचार कर रहा है. सिंह ने पत्रकारों को वेश्या कहे जाने पर भी सफाई दी.
– अमर उजाला
केंद्रीय मंत्री वी. के. सिंह एक बार फिर से सुर्खियों में हैं. इस बार बयान को लेकर नहीं बल्कि, जगह-जगह उनके गुमशुदा के पोस्टर्स लगे हैं. पोस्टर में एक खुद को राजनीतिक बताने वाले संगठन ने सिंह को ढूंढने वाले को 500 रुपये का इनाम देने की भी घोषणा की है.
– नवभारत टाइम्स
कुछ दिन पहले मीडिया को ‘प्रेस्टिट्यूट’ कहने वाले सिंह ने इस बार नया जुमला उछाला है, ‘सुपारी जर्नलिज्म.’ सोमवार सुबह 7:58 बजे किए गए ट्वीट में सिंह ने लिखा है कि ताकतवर शब्द ‘सुपारी जर्नलिज्म’ सुझाने के लिए शुक्रिया.
– नवभारत टाइम्स
केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा है कि वह माओवादियों को काबू में करने वाले किसी भी अभियान में आर्मी की तैनाती के खिलाफ थे. छत्तीसगढ़ फर्स्ट इंटरनैशनल फिल्म फेस्टिवल में सिंह ने कहा कि आर्मी की तैनाती केवल तब होती है जब राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे में होती है. उन्होंने कहा कि ऐसा अक्सर दूसरे देशों के साथ होता है. सिंह इस फेस्टिवल में अपनी आत्मकथा ‘करेज ऐंड कन्विक्शन’ पर पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे.
– नवभारत टाइम्स
केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह का कहना है कि नक्सली आदिवासियों के लिए जल, जंगल और जमीन के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं. प्रभावित इलाकों तक विकास पहुंचाकर और स्थानीय लोगों को भरोसे में लेकर इस समस्या से निपटा जा सकता है. वह संस्कृति विभाग परिसर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल के समापन समारोह में शामिल होने आए थे.
– दैनिक जागरण
Union Minister Gen (Retd) VK Singh on Friday said the Indian Army is capable of executing daring operations to avenge 26/11-like attacks by eliminating offshore criminals but certain “considerations” preventing it from doing so.
– Daily News & Analysis