एनआरपी डेस्क
लखनऊ। भाजपा हाईकमान के निर्देश के बाद जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने विधान परिषद के नेता सदन के पद से बुधवार को इस्तीफा दे दिया। इसके बाद इस पद पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की ताजपोशी की गई। यह केशव मौर्य की शक्ति बढ़ने का संकेत देता है। इस खबर के दिल्ली से लेकर लखनऊ तक के अखबारों ने प्रमुखता से जगह दी। साथ ही ज्यादातर अखबारों ने लिखा कि ये केशव प्रसाद मौर्य की ताकत में इजाफे के संकेत हैं। राष्ट्रीय और प्रादेशिक न्यूज़ चैनलों ने इस खबर को तरजीह दी, तकरीबन सभी चैनलों में ये खबर चली।
देखिए वीडियो, दिल्ली और लखनऊ के अखबारों ने केशव मौर्य के लिए क्या छापा :
योगी सरकार 1.0 में उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा को परिषद में नेता सदन बनाया गया था। पार्टी में शीर्ष स्तर पर इसको लेकर हुए मंथन के बाद स्वतंत्रदेव की जगह केशव को ही नेता सदन बनाने का निर्णय लिया गया। अखबारों ने लिखा कि स्वतंत्र देव सिंह के नेता विधान परिषद से इस्तीफा देने का अभी तक कोई आधिकारिक कारण नहीं बताया गया है लेकिन स्वतंत्र देव के इस्तीफा के थोड़ी देर बाद ही केशव प्रसाद मौर्य को विधान परिषद का नेता सदन बनाकर उनका कद बढ़ा दिया गया है। कुछ लोग इसकी वजह स्वतंत्रदेव सिंह की व्यस्तता को बता रहे हैं तो तमाम लोग इसे हाल ही में जलशक्ति विभाग के राज्यमंत्री दिनेश खटीक के इस्तीफे का असर भी मान रहे हैं। स्वतंत्र देव सिंह बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा दे चुके हैं, जिसके बाद से वह नई नियुक्ति होने तक कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
नवभारत टाइम्स ने लिखा कि योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और योगी आदित्यनाथ के बेहद करीबी बताए जाने वाले स्वतंत्र देव सिंह के नेता विधान परिषद से इस्तीफा देने से माना जा रहा है कि सरकार में उनके कद में बहुत हद तक कटौती की गई है। वहीं उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के विधान परिषद का नेता सदन बनने से उनकी प्रोफाइल में इजाफा हुआ है। बताया यह भी जा रहा है कि केशव को नेता विधान परिषद बनाकर बीजेपी ने एक तीर से कई निशाने साधे हैं।
अमर उजाला ने लिखा कि केशव को परिषद में नेता सदन बनाने से उनका कद बढ़ा है। विधानसभा चुनाव 2022 में सिराथू से चुनाव हारने के बाद भी केशव को उप मुख्यमंत्री बनाकर पार्टी ने साफ संकेत दिया था कि पिछड़े वर्ग में वह पार्टी के सबसे बड़े चेहरे हैं।