- एनआरपी डेस्क
लखनऊ। एक देश एक चुनाव देश की सबसे बड़ी खबर बना हुआ है। एक देश एक चुनाव बिल को केंद्रीय कैबिनेट से गुरुवार को मंजूरी मिल गई है। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बताया कि सलाह-मशविरे के समय 32 राजनीतिक दलों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया, जबकि 15 ने विरोध जताया। एक देश एक चुनाव पर केंद्र की तरफ से गठित हाई लेवल कमेटी की अगुआई रामनाथ कोविंद ने ही की थी।
कोविंद ने पांच अक्टूबर को एक कार्यक्रम में कहा था कि इन 15 दलों में से कई ने अतीत में कभी न कभी एक साथ चुनाव कराने के प्रस्ताव का समर्थन किया था।
कोविंद ने कहा था, ‘विचार-विमर्श के दौरान 47 राजनीतिक दलों ने समिति के सामने अपने विचार पेश किए। इन 47 दलों में से 32 ने एक साथ चुनाव कराने के विचार का समर्थन किया जबकि 15 दलों ने इसका विरोध किया। हालांकि, इन 15 दलों में से कई ने अतीत में कभी न कभी एक साथ चुनाव कराने का समर्थन किया है।’
राष्ट्रीय दलों में कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने इस प्रस्ताव का विरोध किया जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने इसका समर्थन किया।