एनआरपी डेस्क।
लखनऊ। दिल्ली विधानसभा चुनाव नतीजों ने कांग्रेस पर और मिल्कीपुर नतीजे ने सपा पर दबाव बढ़ा दिया है। ऐसे में यूपी में सपा कांग्रेस गठबंधन संभाले रखना अखिलेश यादव व राहुल गांधी दोनों के लिए बड़ी चुनौती है। कई राज्यों में हार के बाद कांग्रेस की निगाह अब बिहार व उसके बाद यूपी पर है। दोनों जगह वह इंडिया गठबंधन में है। ऐसे में सपा कांग्रेस दोनों पर अपनी मौजूदा दूरियां कम करने का दबाव बढ़ गया है। अखिलेश यादव ने कहा कि इंडिया गठबंधन और मजबूत होगा। पर यह क्या इतना आसान होगा ?
सबने देखा कि कैसे कांग्रेस सपा के बीच तल्खी लोकसभा चुनाव से पहले भी दिखी और उसके बाद भी। सपा को इस बात पर नाराजगी रही कि तमाम राज्यों में कांग्रेस ने उसे महत्व नहीं दिया। पर जब अखिलेश ने अलग रुख लेते हुए दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी के लिए प्रचार किया तो यह कांग्रेस को कचोट गया। कांग्रेस यूपी में मिल्कीपुर में सपा के साथ थी जबकि दिल्ली में सपा आप संयोजक अरविंद केजरीवाल का समर्थन कर रही थी। इसके बावजूद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी में इंडिया गठबंधन मिलकर 2027 का चुनाव लड़ेगा।



