एनआरपी डेस्क
लखनऊ। अब 50 हजार रुपये महीने से ज्यादा वेतन वाली नौकरियों का केंद्र सिर्फ नोएडा, गाजियावाद ही नहीं रहेंगे। टियर-2 शहरों में भी बड़े वेतन की नौकरियां सुजित होगी। इसके लिए लखनऊ-कानपुर कॉरिडोर रोजगार का हथ बनाने की तैयारी है। मत्रीबल कैपेसिटी सेंटर (बीसीसी) के तहत इस कॉरिडोर में उच्च स्तर के जॉब के अवसर बनाए जा रहे हैं ताकि यूपी से बाहर जॉब कर रहे 20 लाख से ज्यादा हाई स्किल युवा वापसी करें। इस कॉरिडोर में कम से कम दो लाख नए हाई प्रोफाइल जॉब देने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए परियोजनाओं को समयबद्ध मंजूरी दी जाएगी। अभी ऊंचे वेतन बाली नौकरी के लिए यूपी में नोएडा एनसीआर ही एकमात्र बेस्ट है। अब ऐसी ही संभावनाओं बाला क्षेत्र लखनऊ-कानपुर कॉरिडोर बनेगा। इसमें उन्नाव भी शामिल है। इस फेहरिस्त में प्रयागराज, आगरा, बरेली, गोरखपुर व वाराणसी भी हैं। इस बेल्ट में एक तरफ दो डिफेंस कॉरिडोर हैं तो दूसरी तरफ 20 हजार करोड़ से ज्यादा की परियोजनाएं धरातल पर उतर चुकी हैं। देश का पहला एआई चंडीगढ़ विश्वविद्यालय भी यहां खुल चुका है। देश की दूसरी कैन निर्माता कंपनी, हीरानंदानी लाजिस्टिक पार्क, इंटरनेशनल बियर निर्माता प्लांट यहां आ चुके हैं। करीब 14 से ज्यादा डिफेंस कंपनियां आ चुकी हैं। इसलिए ये बेस्ट वैश्विक क्षमता केंद्र के रूप में सबसे मुफीद क्षेत्र बनकर उभर रहा है। बैंक, सलाहकार कंपनियों, वित्तीय और बीमा क्षेत्र की मल्टीनेशनल कंपनियां यहां आएंगी।



