HIT ***** (News Rating Point) 01.04.2016
विद्वान, लेखक, पत्रकार और नेता ह्रदयनारायण दीक्षित उत्तर प्रदेश विधानसभा के स्पीकर चुने जाने के चलते चर्चा में हैं. इसके साथ ही उन्होंने स्पीकर को चयन के बाद ढूंढ कर लाने वाली परंपरा को भी तोड़ा. वर्ष 1985 में हृदय नारायण दीक्षित पहली बार निर्दल चुनाव लड़कर विधायक बने थे. उन्नाव में पुरवा तहसील के लउवा गांव के निवासी हृदय नारायण दीक्षित वर्ष 1989 में जनतादल, 1991 में जनता पार्टी और 1993 में सपा के उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीत चुके हैं. सपा-बसपा गठबंधन की सरकार में 1995 में संसदीय कार्य एवं पंचायतीराज मंत्री रहे. वर्ष 2010 से जून 2016 तक भाजपा विधान परिषद सदस्य और दलनेता भी रहे. भाजपा के संगठन में विभिन्न पदों पर रहे दीक्षित वर्तमान में पार्टी में प्रमुख प्रवक्ता पद की जिम्मेदारी संभाले हुए थे. इस बार दीक्षित ने भगवंतनगर सीट से भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीता.
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)