एनआरपी डेस्क
लखनऊ: प्रदेश में निवेशकों को जल्द से जल्द जमीन उपलब्ध कराने के लिए बड़ी पहल की जा रही है। निवेशकों को शत्रु संपत्ति और नजूल की जमीनें भी उद्योगों के लिए दी जाएंगी। शासन ने सभी जिलों के डीएम और विकास प्राधिकरणों से ऐसी जमीनों का ब्योरा मांगा है जो औद्योगिक विकास प्राधिकरणों व यूपीसीडा को दी जा सके। इस पहल से कम से कम तीन लाख करोड़ रुपये तक का निवेश आने और दो से चार लाख नए रोजगार के अवसर पैदा होने का अनुमान है।
इन्वेस्ट यूपी ने अतिक्रमण, उपयोग न होने और विवादों के कारण बेकार पड़ीं नजूल और शत्रु संपत्तियों को निवेश व रोजगार सूजन के लिए उपयोगी बनाने की योजना तैयार की है। इन जमीनों का उपयोग औद्योगिक पार्क, लघु एवं मध्यम उद्योग, वेयरहाउसिंग और निर्यात उन्मुख इकाइयों की स्थापना के लिए किया जाएगा। इन जमीनों को नीलामी और दीर्घकालीन लीज पर उपलब्ध कराने की योजना है।