एनआरपी डेस्क
लखनऊ। देवीपाटन मंडल (गोंडा) में वर्षों बाद सड़कों के टेंडरों पर वर्चस्व टूट गया है। टेंडरों में सांठगांठ से सरकारी राजस्व को भारी नुकसान होता था, लेकिन इस बार 219 करोड़ की सड़कों को छह अलग-अलग परियोजनाओं में 7 से 13 फर्मों की टेक्निकल बिड पास हो गई हैं। इससे पहले यहां राजनीतिक वरदहस्त प्राप्त एक-दो फर्मों को ही
काम मिलता था। मंडल के चार जिलों गोंडा, बहराइच, बलरामपुर और श्रावस्ती में टेंडरों में सेटिंग का खेल ऐसा था कि वर्ष 2024-25 में जहां अन्य जिलों में टेंडर 31 प्रतिशत तक बिलो (निर्धारित रेट से नीचे) गए, वहीं यहां यह 2.85 प्रतिशत ही बिलो रहा। पीडब्ल्यूडी के आधिकारिक सूत्र बताते हैं कि एक-दो फर्मों को छोड़कर यहां अन्य फर्मों की बिड तकनीकी परीक्षण में ही अयोग्य हो जाती थीं। योगी सरकार ने यहां टेंडरों में एकाधिकार तोड़ने के सुनियोजित प्रयास किए। यही बजह है कि 35.2 करोड़ लागत वाली कोदारी-मथुरा-चौधरीडीह रोड के निर्माण लिए 7 फमों की टेक्निकल बिड स्वीकृत कर दी गई है। पीलीभीत-बस्ती रोड (एसएच-26, लागत 56.6 करोड़) के निर्माण के लिए 13 फर्मों, महेशभारी-भैसाहाबा रोड (लागत 40.5 करोड़) के लिए 8 फर्मों, इटियाथोक श्रीनगर रोड (लागत 57 करोड़) के लिए 9 फर्मों, दुधा-कैधोलिया-सिंगारजोत रोड (लागत 23.6 करोड़) के लिए 10 फमों और ककरदारी चौधरीडीह से विभूतिनाथ रोड (6.27 करोड़) के लिए 9 फर्मों की टेक्निकल बिड स्वीकृत हुई। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने बताया कि ये सभी टेक्निकल बिड सोमवार की शाम खोली गई थीं। तकनीकी बिड खुलने के 72 घंटे बाद वित्तीय बिड खोले जाने का नियम है। जो एल-1 (सबसे कम रेट) होगा, उसे काम दिया जाएगा।
काम मिलता था। मंडल के चार जिलों गोंडा, बहराइच, बलरामपुर और श्रावस्ती में टेंडरों में सेटिंग का खेल ऐसा था कि वर्ष 2024-25 में जहां अन्य जिलों में टेंडर 31 प्रतिशत तक बिलो (निर्धारित रेट से नीचे) गए, वहीं यहां यह 2.85 प्रतिशत ही बिलो रहा। पीडब्ल्यूडी के आधिकारिक सूत्र बताते हैं कि एक-दो फर्मों को छोड़कर यहां अन्य फर्मों की बिड तकनीकी परीक्षण में ही अयोग्य हो जाती थीं। योगी सरकार ने यहां टेंडरों में एकाधिकार तोड़ने के सुनियोजित प्रयास किए। यही बजह है कि 35.2 करोड़ लागत वाली कोदारी-मथुरा-चौधरीडीह रोड के निर्माण लिए 7 फमों की टेक्निकल बिड स्वीकृत कर दी गई है। पीलीभीत-बस्ती रोड (एसएच-26, लागत 56.6 करोड़) के निर्माण के लिए 13 फर्मों, महेशभारी-भैसाहाबा रोड (लागत 40.5 करोड़) के लिए 8 फर्मों, इटियाथोक श्रीनगर रोड (लागत 57 करोड़) के लिए 9 फर्मों, दुधा-कैधोलिया-सिंगारजोत रोड (लागत 23.6 करोड़) के लिए 10 फमों और ककरदारी चौधरीडीह से विभूतिनाथ रोड (6.27 करोड़) के लिए 9 फर्मों की टेक्निकल बिड स्वीकृत हुई। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने बताया कि ये सभी टेक्निकल बिड सोमवार की शाम खोली गई थीं। तकनीकी बिड खुलने के 72 घंटे बाद वित्तीय बिड खोले जाने का नियम है। जो एल-1 (सबसे कम रेट) होगा, उसे काम दिया जाएगा।