(News Rating Point) 13.09.2016
यूपी के चीफ सेक्रेटरी बनने के बाद से ही सत्ता के गलियारों में यह खबर चर्चा में आ गयी थी कि दीपक सिंघल इस पद पर ज़्यादा दिन टिक नहीं पायेंगे और यह सच भी साबित हुआ. दीपक सिंघल को उनकी पोस्ट से हटा दिया गया. कुछ खबरों इसका कारण माना गया कि दीपक सिंघल ने दिल्ली में अमर सिंह की पार्टी में शिरकत की थी तो कुछ खबरों में कहा गया कि मुलायम सिंह यादव को दीपक सिंघल ने गायत्री प्रजापति के बारे में आधी-अधूरी जानकारी दी थी. बात साफ़ होने पर उन पर यह गाज गिरी. दैनिक भास्कर ने अपनी वेबसाईट में लिखा कि उन्होंने एक इनसाइड स्टोरी में इसका पहले ही खुलासा कर दिया था. कि कैसे दीपक सिंघल से आधी-अधूरी जानकारी मिलने पर मुलायम ने गायत्री प्रजापति को कैबिनेट से बाहर करने के लिए सीएम को कहा था. खनन मंत्री गायत्री प्रजापति को हटाए जाने की स्क्रिप्ट के पीछे दीपक सिंघल और मुलायम सिंह यादव थे. सोमवार को ही अखिलेश यादव ने 2 कैबिनेट मंत्रियों को बर्खास्त किया था. इसके बाद सपा सूत्रों से खुलासा हुआ था कि रविवार को दीपक सिंघल ने मुलायम से मिलकर पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की शिकायत की थी. यही नहीं, गायत्री को हटना है, इसकी जानकारी ना तो सरकार में बैठे टॉप लोगों को थी, ना ही खुद गायत्री को. आधी-अधूरी जानकारी पर मुलायम ने गायत्री को कैबिनेट से बाहर करने का आदेश दिया था. यहां बता दें, मुलायम और शिवपाल के कहने पर ही दीपक सिंघल को यूपी का चीफ सेक्रेट्री बनाया गया था.
सपा के सूत्रों के मुताबिक, खबर सामने आने के बाद खुद मुलायम ने मंगलवार सुबह भरोसेमंद लोगाें के जरिए अपने स्तर पर जांच कराई. उन्हें लगा कि सोमवार को दो मंत्रियों की बर्खास्तगी से पहले उन्हें चीफ सेक्रेटरी ने जो जानकारी दी थी, उसमें से कुछ हिस्सा सही नहीं था. इसके बाद मुलायम ने शिवपाल से बात कर कहा कि वे चीफ सेक्रेटरी को हटाना चाहते हैं. शिवपाल ने कहा कि उन्हें इस पर एतराज नहीं है. इसके बाद मुलायम ने अखिलेश से चीफ सेक्रेटरी बदलने को कहा. रविवार को दिल्ली में अमर सिंह ने राज्यसभा सांसद सुभाषचंद्रा के सम्मान में एक डिनर पार्टी दी थी. इसमें मुलायम और सिंघल दोनों की मुलाकात हुई थी. सूत्रों के मुताबिक, इसी पार्टी में सिंघल ने मुलायम से कहा कि गायत्री के खिलाफ सीबीआई ने कोर्ट में रिपोर्ट सौंप दी है. ऐसे में गायत्री के जरिए मामले में शामिल कई लोगों तक सीबीआई पहुंच सकती है. जबकि, सच्चाई ये है कि सीबीआई ने अभी इस मामले में कोर्ट में कोई रिपोर्ट सौंपी ही नहीं है. बताया जाता है कि सिंघल ने ही मुलायम को अवैध खनन मामले से जुड़ी जानकारियां दीं. इनमें से कुछ सही तो कुछ आधी सही थीं. कहा जाता है कि चीफ सेक्रेटरी को सरकार के टॉप लेवल ऑफिसर्स ने ही मुलायम तक आधी-अधूरी जानकारी पहुंचाने के लिए मोटिवेट किया था. सिंघल ने जो बातें मीटिंग के दौरान मुलायम को बताईं, उनमें से ज्यादातर जानकारी उन्हें सीएम ऑफिस से मिली थीं.