FLOP **** (News Rating Point) 17.12.2016
समाजवादी पार्टी के एमएलसी संतोष यादव उर्फ सनी लखनऊ और बस्ती स्थित ऑफिस पर आयकर विभाग की टीम के छापेमारी की वजह से चर्चा में रहे. अखबारों ने लिखा कि इस छापे में सनी यादव के घर से लाखों की नकदी के साथ कई अवैध सम्पत्तियों के पेपर भी बरामद हुए हैं. हालांकि इसके बाद सनी ने पत्रकारों से सफाई दी और कहा कि उनकी कम्पनी में किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं है. सहजनवा, गोरखपुर के रहने वाले सन्तोष यादव उर्फ सनी यादव ने लखनऊ विश्वविद्यालय से 2000 में एलएलबी किया था. एलएलबी में दाखिले के दौरान ही सनी यादव सपा से जुड़कर छात्रसंघ राजनीति में आए. उस वक्त अखिलेश यादव भी राजनीति की शुरूआत कर रहे थे. तब से ही वे अखिलेश यादव के करीबी रहे थे. जिसका लाभ सनी यादव को अखिलेश यादव के सीएम बनने के बाद एमएलसी के रूप में मिला. सनी यादव सबसे ज्यादा चर्चा में तब आए जब बस्ती से शिवपाल के करीबी नेता राजकिशोर के भाई का टिकट कटवाकर अपना टिकट कंफर्म किया और एमएलसी बने. इसके साथ ही जब इन्होंने 2013-14 में अपना और अपनी पत्नी का आयकर रिटर्न भरा था तब भी ये खूब चर्चा हुई थी. इसमें सनी यादव का 15 लाख और पत्नी का 16 लाख का रिटर्न था.
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)