अफसरों ने करा दी बेसिक शिक्षा विभाग की थू थू, निलंबित

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आदेश शुक्ला
लखनऊ। एक आम धारणा है कि यूपी के माध्यमिक और बेसिक शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। बेसिक शिक्षा विभाग ने तो जबरदस्त फजीहत करा ली। गोलागंज स्थित सेंटीनियल हायर सेकंड्री स्कूल मामले में प्रदेश सरकार ने गुरुवार को बीएसए विजय प्रताप सिंह और तत्कालीन एडी बेसिक पीएन सिंह को निलंबित कर दिया है। दोनों अधिकारियों की अनुशासनिक जांच भी शुरू हो गई है। वहीं एडी बेसिक कार्यालय के प्रधान सहायक दाता प्रसाद को भी लापरवाही बरतने में सस्पेंड कर दिया गया है। दाता प्रसाद पर मेथोडिस्ट चर्च स्कूल को मान्यता देने में दस्तावेज में हेरफेर करने का आरोप है। इस मामले की जांच डॉयट प्राचार्य डॉ पवन कुमार सचान को सौंपी गई है। वैसे जबसे यह खबर लोगों के संज्ञान में आई बेसिक शिक्षा विभाग की सोशल मीडिया से लेकर अखबारों तक में थू थू हुई। यह शर्मनाक खबर है लेकिन इस खबर को अखबारों ने प्राथमिकता से छापा।
दैनिक जागरण ने पेज एक पर दो कॉलम टॉप खबर लगाई है। टाइम्स ऑफ इंडिया ने पेज 4 पर तीन कॉलम की खबर लगाई है। मार उजाला ने माई सिटी के फ्रंट पेज पर 6 कॉलम में खबर लगाई है। हिंदुस्तान अखबार ने पेज वन की सेकेंड लीड बनाई है। नवभारत टाइम्स ने पेज वन बैनर खबर लगाई हैं।
एनबीटी ने लिखा कि दोनों अधिकारियों पर सेंटीनियल हायर सेकंड्री स्कूल के भवन में मेथोडिस्ट चर्च स्कूल खोलने के लिए कक्षा 1 से 8वीं तक की मान्यता अनियमित तरीके से देने का आरोप है। प्रथमदृष्टया दोषी पाए जाने पर महानिदेशक, स्कूली शिक्षा विजय किरन आनंद ने दोनों अफसरों पर कार्रवाई की सिफारिश की थी। इसके बाद प्रमुख सचिव दीपक कुमार ने दोनों अफसरों को निलंबित कर दिया है। प्रमुख सचिव के आदेश के मुताबिक एक से पांचवी तक की मान्यता बेसिक शिक्षा अधिकारी और कक्षा 6 से 8वीं तक की मान्यता देने के लिए मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक (षष्ठ मंडल) जिम्मेदार हैं। मामले की जांच में दोनों अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है। अधिकारियों ने मेथोडिस्ट चर्च स्कूल की बिना गहनता से जांच किए मान्यता दे दी थी। प्रमुख सचिव ने निलंबन के साथ-साथ अनुशासनिक जांच का आदेश जारी करते हुए मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक लखनऊ मंडल को जांच अधिकारी नामित किया है।
सेंटीनियल हायर सेकंड्री स्कूल के छात्रों की सड़क पर क्लास लगने के बाद डीएम सूर्यपाल गंगवार ने 7 जुलाई को मामले का संज्ञान लिया था। उन्होंने जांच में पाया था कि सेंटीनियल हायर सेकंड्री स्कूल के मुख्य भवन पर अवैध कब्जा कर उसमें मेथोडिस्ट चर्च स्कूल संचालित किया जा रहा है। मेथोडिस्ट चर्च स्कूल की मान्यता भी नियमों को दरकिनार कर बेसिक शिक्षा परिषद से ली गई है। जांच के बाद दो लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराते हुए उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी और तत्कालीन एडी बेसिक के खिलाफ भी जांच की संस्तुति की थी।
स्कूल कब्जाने के आरोपों अणिमा रिसाल सिंह एवं उनके सहयोगियों ने फर्जी दस्तावेज के जरिए लखनऊ क्रिश्चियन कॉलेज के सेंटीनियल सहित छह संस्थानों पर कब्जा करने की कोशिश की थी। इसमें लखनऊ मंडल के डिप्टी रजिस्टार फर्म एवं सोसाइटीज विनय कुमार श्रीवास्तव की भी संलिप्ता मिली है। अपर मुख्य सचिव वित्त प्रशांत त्रिवेदी ने विनय श्रीवास्तव को सस्पेंड कर निदेशक कोषागार से संबद्ध कर दिया गया है। पंचायतीराज लेखा निदेशालय के निदेशक रमाशंकर शुक्ला इनके खिलाफ अनुशासनिक जांच करेंगे।

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