HIT ***** (News Rating Point) 14.11.2015
बिहार विधानसभा चुनाव में ‘…फिर से नीतीशे कुमार हो’ का नारा फिट हो गया है. नीतीश के नेतृत्व में महागठबंधन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को करारा झटका दिया है. नीतीश कुमार पांचवीं बार मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. नतीजे से साफ है कि नीतीश-लालू के साथ आने से न केवल यादव-मुसलमान बल्कि अन्य पिछड़ी जातियां भी महागठबंधन के पक्ष में गोलबंद हुईं. नीतीश ने भाजपा के लिए मीडिया से कहा कि इस चुनाव को उतना हाई प्रोफाइल नहीं बनाते तो उतनी प्रतिक्रिया नहीं होती. हाई प्रोफाइल ज्यादा बना दिया है, इसलिए प्रतिक्रिया हो रही है. उन्होंने कहा कि जब जनता ने विशाल जनमत दे दिया तो उसको विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हुये मैंने कहा था कि मैं विपक्ष का सम्मान करुंगा, उनके सहयोग का आकांक्षी रहूंगा.’ उन्होंने कहा कि बिहार के विकास में सबका सहयोग जरुरी है और मिल जुलकर काम करेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर जीत मिले तो बहुत ज्यादा मन में यह भाव नहीं आना चाहिए कि जीत गये और जीत की खुशी में बौराना उनका स्वभाव नहीं है. अपने विरोधियों का मजाक उडाया जाये, इस स्वभाव का व्यक्ति नहीं हूं. चुनाव के दौरान जनता ने विशाल जनसमर्थन दिया. महागठबंधन की जबर्दस्त जीत हुई. इसके लिए बिहार की जनता बधाई के पात्र है. ज़ाहिर है इस जीत के दूल्हा तो नितीश कुमार ही हैं.
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)