HIT ** (News Rating Point) 01.08.2015
उत्तर प्रदेश सरकार के 56 जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों का वेतन रोक दिए जाने की वजह से प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन चर्चा में रह. इन सीएमओ पर जननी सुरक्षा योजना कार्यक्रम में इन पर लापरवाही के आरोप लगे हैं. सीएमओ ने खजाने में पैसा होने के बावजूद आशाओं को मानदेय का भुगतान नहीं किया था. जिस पर मंत्री ने यह सख्त कदम उठाया. जननी सुरक्षा योजना के तहत आशाओं को मानदेय देने के लिए सरकार ने सभी जिलों के सीएमओ को पर्याप्त राशि उपलब्ध कराई थी. बावजूद इसके सीएमओ ने लापरवाही बरती. आशा बहुओं को मानदेय न देने से सरकार की काफी बदनामी हो रही थी. इसके अलावा अहमद हसन के एक बयान ने इस सप्ताह और चौंकाया. उन्होंने कहा कि ‘स्वास्थ्य भवन में आग षड्यंत्र के तहत लगाई गई थी. यह आग स्वास्थ्य भवन के ही बाबुओं ने ट्रांसफर से बचने के लिए लगाई थी. विभाग की जांच में यह तथ्य सामने आया है.’
उत्तर प्रदेश सरकार के 56 जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों का वेतन रोक दिए जाने की वजह से प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन चर्चा में रह. इन सीएमओ पर जननी सुरक्षा योजना कार्यक्रम में इन पर लापरवाही के आरोप लगे हैं. सीएमओ ने खजाने में पैसा होने के बावजूद आशाओं को मानदेय का भुगतान नहीं किया था. जिस पर मंत्री ने यह सख्त कदम उठाया. जननी सुरक्षा योजना के तहत आशाओं को मानदेय देने के लिए सरकार ने सभी जिलों के सीएमओ को पर्याप्त राशि उपलब्ध कराई थी. बावजूद इसके सीएमओ ने लापरवाही बरती. आशा बहुओं को मानदेय न देने से सरकार की काफी बदनामी हो रही थी. इसके अलावा अहमद हसन के एक बयान ने इस सप्ताह और चौंकाया. उन्होंने कहा कि ‘स्वास्थ्य भवन में आग षड्यंत्र के तहत लगाई गई थी. यह आग स्वास्थ्य भवन के ही बाबुओं ने ट्रांसफर से बचने के लिए लगाई थी. विभाग की जांच में यह तथ्य सामने आया है.’
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)
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