(News Rating Point) 16.02.2016
फैजाबाद की बीकापुर विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी प्रत्याशी और पूर्व विधायक मित्रसेन यादव के बेटे आनंद सेन विजयी रहे. उन्हें 68,896 वोट मिले जबकि राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान को दूसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा, उन्हें 62,456 वोट मिले. भाजपा के रामकृष्ण तिवारी तीसरे स्थान पर रहे. उन्हें 11,933 वोट मिले. यूपी में तीन सीटों पर हुए उपचुनाव में सिर्फ बीकापुर से जीते सपा प्रत्याशी का दामन भी दागदार रहा है. मित्रसेन यादव के बेटे आनंद सेन यादव ने भले ही सपा की लाज बचाई हो लेकिन एक लड़की के अपहरण और कत्ल के आरोपी रह चुके हैं. बीकापुर से जीते सपा विधायक आनंद सेन यादव कत्ल के मामले में निचली अदालत से सजा पा चुके हैं. बाद में उन्हें इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 2013 में बरी कर दिया था. सपा की लाज बचाने वाले आनंद सेन पर जब कत्ल का मुकदमा हुआ था तो उस वक्त वह बहुजन समाज पार्टी से एमएलए थे. लेकिन तत्कालीन सीएम मायावती ने उनके प्रति कोई नरमी नहीं बरती थी और उन्हें जेल भिजवा दिया था. आनंद सेन पर फैजाबाद की विधि स्नातक छात्रा शशि के अपहरण और हत्या का आरोप लगा था. यह खबर काफी दिनों तक सुर्खियों में रही थी. हालांकि शुरुआत में पुलिस आनंद सेन के खिलाफ तहरीर लेने से ही कतराती रही. वर्ष 2007 में यह केस चर्चा में आया था. उसी वर्ष अक्टूबर में शशि के अपहरण की शिकायत उसके पिता ने पुलिस से की थी. काफी हीलाहवाली के बाद मामला दर्ज हुआ था. आनंद सेन पर इससे पहले भी मुकदमे दर्ज हैं. 2007 में फैजाबाद की मिल्कीपुर सीट से चुनाव लडऩे के दौरान आनंद सेन ऐसे ही एक मामले में जेल में थे, लेकिन शशि हत्याकांड में सजा होने के बाद आनंद सेन के राजनीतिक कॅरिअर को भी ग्रहण लग गया था. हाल में जब उनके पिता और बीकापुर के विधायक मित्रसेन यादव की मृत्यु हुई तो सपा ने उनकी विरासत आनंद सेन को सौंप दी. आनंद सेन ने बीकापुर सीट से जीत हासिल कर सपा में अपनी जगह भी बना ली है