FLOP **** (News Rating Point) 17.12.2016
भाजपा नेता अनुराग ठाकुर कोर्ट में झूठा हलफनामा देने की खबर और भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष पद से विमुक्त होने की वजह से चर्चा में रहे. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और लोढ़ा समिति के बीच चल रहे विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने अनुराग ठाकुर कि मुश्किलें और बढ़ा दी हैं. कोर्ट ने कहा कि यदि अनुराग ठाकुर पर झूठे साक्ष्य पेश करने के आरोप साबित हो जाते हैं, तो उन्हें जेल जाना पड़ सकता है. कोर्ट ने पहली दृष्टि में ठाकुर को इसका दोषी पाया. कोर्ट ने ठाकुर को बचाव से जुड़े दस्तावेज पेश करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया है, जिसके बाद कोर्ट अपना फैसला सुनाएगा. कोर्ट ने अनुराग ठाकुर से पूछा कि आपका इरादा क्या है और अपना रुख भी साफ करें. जब एक बार उच्चतम न्यायालय ने फैसला सुना दिया है, तो आप आईसीसी के पास न्यायिक हस्ताक्षेप के जुड़े सुझावों के लिए आईसीसी के पास क्यों गए. न्याय सलाहकार (अमिकस क्यूरी) गोपाल सुब्रह्मण्यम ने कहा कि आप न्यायालय को गुमराह करना चाहते हैं. कोर्ट ने कहा कि अगर आप झूठे साक्ष्य के आरोपों से बचना चाहते हैं, तो आपको माफी मांगनी चाहिए. आप कोर्ट की सुनवाई में बाधा डाल रहे हैं.
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)