Flop **** (News Rating Point) 28.03.2015
जिस पार्टी को नेता स्टिंग को जनता का हथियार बनाना चाहते थे, वही स्टिंग का इस्तेमाल पार्टी नेता एक-दूसरे की इज्ज़त उतारने में कर रहे हैं. पिछले कुछ दिनों में अरविन्द केजरीवाल से लेकर अन्य नेताओं तक के स्टिंग लगातार खबरों में आ रहे हैं. जिस तरह की खबरें अखबारों और चैनलों में आ रही हैं, उससे यह भी लगने लगा है कि किसी नेताओं को जनता की चिंता नहीं थी, खुद महत्वाकांक्षाओं के चलते ‘आप’ बनी. पार्टी झगड़े योगेन्द्र यादव की रेटिंग जबरदस्त तरीके से गिराई.
योगेन्द्र और प्रशांत की आप से छुट्टी तय
–हिन्दुस्तान
आम आदमी पार्टी (आप) नेता योगेंद्र यादव व प्रशांत भूषण के इस्तीफे पर संग्राम शुरू हो गया है. जहां बृहस्पतिवार शाम राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) ने दोनों नेताओं के इस्तीफे पर मुहर लगा दी वहीं योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण ने प्रेस वार्ता कर कहा कि उन्होंने अभी इस्तीफा दिया ही नहीं है.
– अमर उजाला
The exit of dissident leaders Prashant Bhushan and Yogendra Yadav from AAP seemed imminent with the party’s political affairs committee on Thursday accepting their “resignation“ even as the two disputed they had submitted any such letters.
– The Times of India
आम आदमी पार्टी में बगावत का बिगुल फूंकने वाले सीनियर नेता प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी (एनई) से भी बाहर हो गए हैं. पार्टी की पीएसी से उन्हें पहले ही निकाला जा चुका है. ऐसे में 28 मार्च को पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में इन दोनों को पार्टी से भी निकाले जाने का प्रस्ताव आने की संभावनाएं बढ़ गई हैं.
– नवभारत टाइम्स
आम आदमी पार्टी के नेता रहे योगेन्द्र यादव ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ हमला बोला है, उन्होंने केजरीवाल को एक चिठ्ठी लिखी है जिसमें योगेन्द्र यादव ने लिखा है कि अरविन्द भाई, हम दोनों को मजबूर होकर आपके नाम यह खुली चिठ्ठी लिखनी पड़ रही है। दस दिन पहले आपके बेंगलूर से आने पर हमने आपसे मुलाकात का समय मांगा था। लेकिन अभी तक आप समय नहीं निकाल पाये हैं। ऐसे में बहुत अनिश्चितता का माहौल बना है।
– पंजाब केसरी
अरविन्द भाई, जो आप हमसे इतनी व्यक्तिगत खुंदक पाले हुए है? आपके मित्रगण मीडिया में चाहे जो भी झूठ फैला रहे हों, लेकिन आप सच्चाई से अछी तरह वाकिफ़ हैं. हमने आज तक कभी भी आपसे कोई पद, ओहदा या लाभ नहीं माँगा. हमने कभी भी आपको अपदस्थ करने की कोशिश नहीं की है. यहाँ गिनाना शोभा नहीं देता लेकिन आप जानते है कि हम दोनों ने हर नाजुक मोड़ पर आपकी मदद की.
– प्रभात खबर
आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेताओं के बीच वर्चस्व की लड़ाई शुक्रवार को चरम पर पहुंच गयी और अब पार्टी का दोफाड़ होना लगभग तय है। इस बीच आंतरिक कलह का सामना कर रही पार्टी और उसके संयोजक अरविंद केजरीवाल उस वक्त एक बार फिर से निशाने पर आ गए जब एक और स्टिंग आया जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री पार्टी के दो अंसतुष्ट नेताओं योगेंद्र यादव व प्रशांत भूषण के खिलाफ कथित तौर पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते सुनाई दे रहे हैं।
– राष्ट्रीय सहारा