(News Rating Point) 20.06.2015
अभी एक साल ही तो हुए हैं भाजपा सरकार को…. लेकिन लगता है कि सरकार की मुसीबतें बाहर से कम अन्दर से ज़्यादा है…. ललित मोदी प्रकरण ने सुषमा स्वराज और वसुंधरा राजे को एक्सपोज़ कर सरकार को मुसीबत में डाल दिया. इधर भाजपा के पितामह लालकृष्ण आडवाणी कुछ न कुछ बयानबाजी कर खुद की सरकार को मुसीबत में डाल रहे हैं. पहले इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि आपातकाल का ख़तरा बना हुआ है और फिर आजतक से कहा कि आजकल के नेताओं में विनम्रता नहीं है, अटल जी जैसी विनम्रता होनी चाहिए. विपक्ष कह रहा है कि ये बात आडवाणी प्रधानमंत्री के लिए कह रहे हैं और आडवाणी जी कह रहे हैं कि वो किसी व्यक्ति विशेष के लिए नहीं कह रहे हैं. तो सवाल ये है कि वह कह ही क्यों रहे हैं. एक बात कीर्ति आज़ाद भी अपनी ट्वीट में कह चुके हैं- आस्तीन के सांप…. अब आप ही बताइये कि भाजपा में आखिर चल क्या रहा है और क्या वाकई कोई है आस्तीन का सांप???