14.02.2015 (News Rating Point- HIT*)
आप को समर्थन देने के अगुवा बनने का सेहरा भी सीपीएम के हिस्से आया. लेकिन एनडीटीवी ने कहा कि वामपंथियों को इससे सबक लेना चाहिए.इस सप्ताह सीता राम येचुरी की माकपा महासचिव की रेस में सबसे आगे होने की प्रकाशित खबरों ने येचुरी की एनआरपी बढ़ाई. ‘आप’ की इस जीत में वामपंथी पार्टियों को सबक. स्टोरी में कहा गया- सीपीएम ने इस बार आम आदमी पार्टी के लिए समर्थन का ऐलान किया था। इस समर्थन का चुनावी नतीजे पर असर तो क्या पड़ता लेकिन सीपीएम के महासचिव प्रकाश करात बोले तो उनके बाद ममता बनर्जी, नीतीश कुमार, देवगौड़ा, शरद यादव और तीसरे मोर्चे के सारे नेता झाड़ू पर बटन दबाने की अपील करने लगे. ……माना जा रहा है कि अप्रैल में सीपीएम नेता कामरेड सीताराम येचुरी पार्टी के नये महासचिव होंगे. क्या उनके एजेंडा में पार्टी को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए कोई ब्लू प्रिंट है? आम आदमी पार्टी ने वामपंथियों को एक रास्ता ज़रूर दिखाया है.