पिछड़ा वर्ग कल्याण व विकलांग कल्याण मंत्री अंबिका चौधरी उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल से बर्खास्त होनी की वजह से इस सप्ताह चर्चा में रहे. अखबारों ने लिखा कि कामकाज को लेकर सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव की नाराजगी और जमीन से जुड़े विवाद बर्खास्तगी की वजह मानी जा रही है. जब इनसे राजस्व विभाग छीना गया था, तभी से माना जा रहा था कि अंबिका सपा मुखिया की गु़ड बुक से बाहर हो गए हैं. चुनाव हारने के बाद भी अंबिका का मंत्री बनाया जाना बहुत से लोगों को पच नहीं रहा था. एक गांव पर बुल्डोजर चलवाने से लेकर जमीन के कारोबार तक में इनके विवाद उजागर हुए. लखनऊ में इनके रिश्तेदार एक अधिकारी की तैनाती के दौरान इस तरह की कई शिकायतें सपा नेतृत्व तक पहुंचीं. इसके अलावा सपा मुखिया अंदरखाने कई बार इन्हें चेता भी चुके थे. लोकसभा चुनाव में सपा उम्मीदवार नीरज शेखर का पूरा सहयोग न करने की शिकायत भी भारी पड़ी.
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)