एनआरपी डेस्क
जयपुर। भारत जोड़ो यात्रा के बीच कांग्रेस के सामने राजस्थान संकट फिर खड़ा हो गया है। राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट की रार एक और कदम आगे बढ़ गई है। गहलोत ने अब सचिन पायलट को गद्दार कहा और बोले कि वो कभी राज्य के सीएम नहीं बन सकते। गहलोत के इस बयान के बाद सचिन पायलट ने भी पलटवार किया। इस बयान के चलते अशोक गहलोत चर्चा में हैं। तकरीबन सभी अखबारों, चैनलों ने इस खबर को व्यापक तरीके से लिया है। सोशल मीडिया पर भी गहलोत का विरोध समर्थन चलता रहा।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा फिलहाल मध्य प्रदेश के खरगोन में है. मध्य प्रदेश से होते हुए यात्रा राजस्थान के कोटा में 3 दिसंबर को दाखिल होगी।
सबसे पहले बात करते हैं गहलोत के बयान की। गुरुवार को एनडीटीवी से बात करते हुए गहलोत ने कहा, ‘विधायक किसी ऐसे को कैसे स्वीकार कर सकते हैं जिसने विद्रोह किया हो, जिसे गद्दार करार दिया गया हो। वह सीएम कैसे बन सकता है? विधायक ऐसे शख्स को सीएम के रूप में कैसे स्वीकार कर सकते हैं। मुझ पर सबूत हैं कि विधायकों को 10-10 करोड़ रुपये बांटे गए थे, ताकि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार को गिराया जा सके।’
इस पर सचिन पायलट की प्रतिक्रिया आई। उन्होंने कहा, ‘मैंने अशोक गहलोत की बात सुनी। पहले भी उन्होंने बहुत बातें मेरे बारे में बोली हैं। इस प्रकार के झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाने की आज जरूरत नहीं है। आज जरूरत इस बात की है कि हम कैसे पार्टी को मजबूत करें।’
पायलट ने यह भी कहा कि गहलोत सीनियर और अनुभवी नेता हैं। मुझे नहीं पता कि कौन उनको मेरे बारे में झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाने की सलाह दे रहा है। पायलट ने आगे कहा कि आज भारत जोड़ो यात्रा को सफल बनाने की जरूरत है। वह यह भी बोले कि जब मैं प्रदेश में पार्टी अध्यक्ष था तब राजस्थान में बीजेपी बुरी तरह हारी थी। बावजूद इसके कांग्रेस अध्यक्ष ने गहलोत को दूसरा मौका देते हुए सीएम बनाया था। आज हमें फिर इस बात की तैयारी करनी चाहिए कि कैसे राजस्थान में चुनाव जीता जाए।