लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति आयोग में नियमित अध्यक्ष नियुक्त होने तक तात्कालिक प्रभाव से समाज कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरूण को अध्यक्ष का दायित्व प्रदान किया है। इस संबंध में 29 जून, 2022 को अधिसूचना जारी कर दी गयी है।
UP- योगी सरकार में समाज कल्याण मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरूण (पूर्व आईपीएस) को मिला उ0प्र0 अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष का प्रभार। @UPGovt @asim_arun @ankurtiwarinbt @navalkant @Live_Gyan pic.twitter.com/cgkYVvOn4g
— Manish Mishra (@mmanishmishra) July 1, 2022
कौन हैं असीम अरुण ?
असीम अरुण का जन्म 3 अक्टूबर 1970 को यूपी के बदायूं में हुआ था। पिता राम अरुण का नाम प्रदेश के तेज तर्रार आईपीएस अधिकारियों में लिया जाता है। उन्होंने प्रदेश में डीजीपी का पद भी संभाला है। असीम अरुण ने राजधानी लखनऊ के सेंट फ्रांसिस कॉलेज से अपनी शुरुआती शिक्षा ग्रहण की है। इसके बाद वह उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज में दाखिला लिया। यहां उन्होंने बीएससी की पढ़ाई की। फिर सिविल सर्विसेज की तैयारी में जुट गए और सिलेक्ट भी हुए।
असीम अरुण 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने 2009 में अलीगढ़ में पहली बार स्वाट टीम का गठन किया। लखनऊ में हुए सैफुल्ला एनकाउंटर के दौरान असीम अरुण चर्चा में आए थे। उस दौरान एटीएस कमांडों ने ठाकुरगंज इलाके में छिपे आतंकियों को ढेर किया था। असीम अरुण हाथरस, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, आगरा, अलीगढ़ और गोरखपुर में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। इसी के बाद उन्होंने एटीएस में कार्यभार संभाला था। असीम वीआरएस लेकर लेकर राजनीति में आए। विधानसभा चुनाव लड़ा और जीते भी।