14.02.2015 (News Rating Point- FLOP****)
दिल्ली चुनाव की शाम से ही मीडिया में जिस तरह की ख़बरें आना शुरू हुईं उसने किरन बेदी की रेटिंग जबरदस्त तरीके से गिराई. ख़ासतौर पर एग्जिट पोल के बाद से…. लेकिन किरन बेदी का यह बयान भी चर्चित हुआ कि यह भाजपा की हार है. एबीपी न्यूज़ पर गोविन्दाचार्य ने भी किरन का बचाव किया. अमर उजाला में खबर छपी- संघ को भी भाजपा नेतृत्व की रणनीति पर ऐतराज,बेदी, अति आत्मविश्वास और नकारात्मक प्रचार,उम्मीद से पीछे रहने के मुख्य कारण… जिसमे कहा गया – संघ का आकलन है कि स्थानीय नेताओं को नजरअंदाज कर अचानक किरन बेदी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ लगातार नकारात्मक प्रचार के चलते पार्टी की चुनावी संभावना गड़बड़ाई है. अपने जन्म से लेकर उम्र के इस पड़ाव तक शायद ही किरन बेदी ने इतना बुरा दिन देखा होगा. क्या चैनल, क्या वेबसाइट्स सभी जगह किरन बेदी पर झाडू चलती रही. सब जगह चला किरन बेदी को शामिल करना भाजपा के लिए उलटा पड़ गया.