M​ufti ​Mohammad Sayeed PDP

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HIT 1/2* (News Rating Point) ​07.03.2015

मुख्यमंत्री बनने के साथ ही मुफ्ती मुहम्मद सईद कश्मीर में अपने गटबंधन साथी भाजपा की मुश्किलें बढाते रहे और अपने विवादास्पद बयानों के कारण चर्चा में रहे. टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने दो मार्च को लिखा-  ​​Pak, Hurriyat,militants allowed smooth polls in J&K, says Mufti- Historic PDP-BJP Govt In Kashmir Gets Off To A Controversial StartParties Divided By Geography And Ideology Come TogetherThe PDP-BJP coalition government got off to a rocky start with chief minister Mufti Mohammad Sayeed crediting “people from across the border“ for the smooth conduct of Jammu & Kashmir assembly elections, only to be challenged by both BJP and Congress. अमर उजाला- सीएम बनते ही मुफ्ती मोहम्मद सईद का विवादास्पद बयान,जम्मू-कश्मीर में शांतिपूर्ण चुनाव पाक व आतंकियों की वजह से- शपथ लेने के कुछ देर बाद ही जम्मू-कश्मीर के नए मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के एक बयान ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया. मुख्यमंत्री सईद ने राज्य में शांतिपूर्ण मतदान के लिए पाकिस्तान, हुर्रियत और आतंकवादियों को श्रेय दिया. उनके इस बयान के खिलाफ पैंथर्स पार्टी और नेशनल कांफ्रेंस ने मोर्चा खोल दिया है. साथ ही भाजपा भी इस मुद्दे पर विपक्ष के निशाने पर है. भाजपा-पीडीपी की सरकार के न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) को जारी करने के लिए हुई प्रेस कांफ्रेंस में मुफ्ती ने कहा कि हुर्रियत के लोग अपने ही हैं. अगर हुर्रियत, पाकिस्तान और आतंकियों ने शांतिपूर्ण चुनाव के लिए माहौल नहीं बनाया होता तो इतना भारी मतदान संभव नहीं था. दैनिक जागरण- मुफ्ती हुए पाकिस्तान के मुरीद. हिंदुस्तान- ​मुफ़्ती ने आतंकियों को सराहा.
इस बयान पर विपक्ष की जबरदस्त प्रतिक्रिया हुई. संसद में हंगामा हुआ. टीवी चैनलों पर भी यह खबर छा गयी. नवभारत टाइम्स ने तीन मार्च को छापा- सईद के बयान को लेकर संसद में जोरदार हंगामा हुआ और निंदा प्रस्ताव पास करने की मांग की गई. लोकसभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सईद ने कहा था कि उन्होंने प्रधानमंत्री को अपने बयान के बारे में बताया था, इसलिए पीएम को सदन में स्पष्टीकरण देना चाहिए. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मेरी प्रधानमंत्री से बात हुई है. सईद ने विवादास्पद बयान के बारे में उन्हें नहीं बताया था. जम्मू कश्मीर में शांतिपूर्ण चुनाव का श्रेय चुनाव आयोग, सेना, अर्द्धसैनिक बलों और राज्य के लोगों को जाता हैं. उनके बयान से असंतुष्ट विपक्ष ने वॉकआउट किया. बयान पर अड़े मुफ्ती- जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद राज्य में शांतिपूर्ण चुनाव का श्रेय पाकिस्तान और अलगाववादी हुर्रियत को देने के अपने बयान पर विवाद के बावजूद अड़े हुए हैं. अमर उजाला ने लिखा-जम्मू-कश्मीर सरकार का दूसरा दिन, वह भी विवादों भरा,पीडीपी विधायकों ने मांगा आतंकी अफजल का शव- कई महीनों की मशक्कत के बाद जम्मू-कश्मीर में बनी भाजपा-पीडीपी सरकार पर पहले ही दिन से पड़ा विवादों का साया और घना होता जा रहा है. मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के विवादास्पद बयान से मचा हंगामा अभी शांत नहीं पड़ा था कि उनकी पार्टी ने संसद हमले के दोषी आतंकी अफजल गुरू के अवशेषों को सौंपने की मांग कर एक नए विवाद को हवा दे दी. इस मुस्लिम बहुल राज्य में पहली बार सत्ता में भागीदारी कर रही भाजपा अपने सहयोगी दल के विवादास्पद बयानों से बड़ी विचित्र स्थिति में फंसती नजर आ रही है.

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