M​ufti ​Mohammad Sayeed PDP

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FLOP *** (News Rating Point) 14.03.2015
पिछले सप्ताह मसर्रत की रिहाई और अलगाववाद समर्थित एजेंडे पर काम कर मुफ्ती मुहम्मद सईद ने अपनी रेटिंग बढाने की कोशिश की थी, वो यह कोशिश उनकी छवि को निखार नहीं पायी. पूरे देश की सियासत मुफ्ती मुहम्मद सईद के खिलाफ हो गयी. भारतीय जनता पार्टी ने भी सईद पर दबाव बनाना शुरू कर दिया.
दैनिक जागरण ने 9 मार्च को लिखा- अलगाववादी मसर्रत आलम की रिहाई के बाद केंद्र सरकार के सख्त रुख का असर दिखने लगा है. केंद्र राजनीतिक कैदियों की रिहाई रोकने के लिए मुफ्ती मुहम्मद सईद सरकार पर दबाव बनाने में सफल रहा है. जम्मू-कश्मीर के गृह सचिव सुरेश कुमार ने मंगलवार को आश्वासन दिया कि आगे से किसी आतंकी या राजनीतिक कैदी को रिहा नहीं किया जाएगा. सूरत से प्रकाशित लोकतेज ने लिखा- सूत्रों के मुताबिक मुफ्ती मोहम्मद सईद ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और फिर गृह मंत्री राजनाथ सिंह से फोन पर बात की है. मुफ्ती ने कहा है कि कोई भी अलगाववादी बिना दोनों पार्टी की सहमति से पहले नहीं छोड़ा जाएगा. अमर उजाला ने 9 मार्च को लिखा- आरएसएस के मुखपत्र आर्गनाइजर में छपे एक लेख में भाजपा से कहा गया है कि वह जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद से पूछे कि वह भारतीय हैं या नहीं. लेख के मुताबिक, पाकिस्तान और आतंकियों को राज्य में शांतिपूर्ण चुनाव के लिए धन्यवाद देकर मुफ्ती दोहरे मापदंड नहीं अपना सकते. ‘स्पार्किंग कंट्रोवर्सी’ नामक यह लेख पूर्व सीबीआई निदेशक जोगिंदर सिंह ने लिखा है. कश्मीर घाटी छोड़ने को मजबूर किए गए 3.70 लाख हिंदुओं और सिखों की दुर्दशा के लिए लेख में भारत सरकार की आलोचना भी की गई है. प्रभात खबर- राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ के मुखपत्र ‘आर्गेनाइजर’ में आज एक आर्टिकल के माध्‍यम से भाजपा से कहा गया है कि वह जम्‍मू कश्‍मीर के मुख्‍यमंत्री मुफ्ती मोहम्‍मद सईद से पूछे कि वह भारतीय हैं या नहीं. अमर उजाला ने एक अन्य लेख में लिखा- शिवसेना ने भाजपा के खिलाफ पीडीपी के बहाने नया मोर्चा खोला है. शिवसेना ने लिखा है कि पीडीपी से गठबंधन कर भाजपा ने अपने लिए मुसीबत मोल ले ली है.
देशबंधु- लगता है भाजपा से गठबंधन कर सत्ता में आए जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने भाजपा की नाक में दम करने की ठान रखी है. नयी दुनिया ने लिखा- कट्टरपंथी मसर्रत आलम की रिहाई के एकतरफा फैसले से नाराज भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद से भेंट कर कड़े शब्दों में एतराज जताया है. उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, राम माधव ने बुधवार देर शाम जम्मू में मुख्यमंत्री आवास पर मुफ्ती के साथ करीब सवा घंटे चली बैठक में स्पष्ट किया कि राज्य में गठबंधन की कामयाबी के लिए जरूरी है कि न्यूनतम साझा कार्यक्रम के दायरे में रहकर सरकार चलाई जाए. दैनिक जागरण ने लिखा- राम माधव की मुफ्ती से मुलाकात को इस लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि मसर्रत को जेल से रिहा किए जाने के बाद दोनों पार्टियों में मतभेद की खबरे आ रही थी. इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी इसे लेकर अपनी नाराजगी जताई थी.

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