कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर अपने विवादित बयान के कारण इस सप्ताह चर्चा में रहे. पेरिस पर आतंकी हमले को जायज ठहराने के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. पाकिस्तान के एक टीवी चैनल पर मणिशंकर अय्यर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को हटाए बगैर दोनों देशों के बीच बातचीत नहीं हो सकती. अय्यर ने पेरिस में आतंकी हमले के लिए फ्रांस सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया था. हालांकि अय्यर ने इससे इंकार किया. कांग्रेस नेता के बयान पर भाजपा और राजद ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं उपाध्यक्ष राहुल गांधी से इस पर सफाई मांगी. हालांकि कांग्रेस ने कहा कि भाजपा का आरोप बिल्कुल बकवास है और अय्यर ने उसे यह बता दिया है कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा था. दरअसल जब दुनिया टीवी के प्रस्तोता ने पूछा कि दोनों देशों के बीच गतिरोध दूर करने के लिए क्या किया जाए तो अय्यर ने जवाब दिया, ‘पहली और सबसे बड़ी चीज है कि मोदी को हटाया जाए. केवल तभी वार्ता आगे बढ़ सकती है. हमें और चार साल इंतजार करना होगा. वे (पैनल में शामिल लोग) भले ही आशावादी हैं कि जब मोदी साहब (सत्ता में) हैं, तब हम आगे बढ़ सकते हैं, लेकिन मैं ऐसा नहीं सोचता.’
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)