एनआरपी डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानमंडल के बजट सत्र की शुरुआत से पहले सोमवार मार्शलों के मीडिया कर्मियों के साथ हुए दुर्व्यवहार के चलते विधानसभा की छवि को धक्का लगा। मीडिया और सोशल मीडिया पर पत्रकारों से हुए मार्शलों के व्यवहार की निंदा हुई। इसके चलते विधानसभा स्पीकर सतीश महाना की छवि धूमिल हुई। क्योंकि विधानसभा के सब अच्छे बुरे उपलब्धि स्पीकर के खाते में ही दर्ज होती है। इस मामले भी ये विश्लेषण लिखे जाने तक मार्शलों के खिलाफ कोई कार्रवाई की सूचना नही है। जबकि पूरे देश में ये खबर वायरल थी, कुछ पत्रकारों ने भी जाकर शिकायत भी की। हालांकि स्पीकर सतीश महाना की छवि एक लोकप्रिय और सरल जननेता की है। लेकिन इस मामले से छवि पर निगेटिव असर पड़ा है।
अखबारों ने लिखा कि सोमवार को समाजवादी पार्टी के विधायकों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस प्रदर्शन को कवर करने तमाम पत्रकार भी पहुंचे थे। इस दौरान सपा विधायकों की पुलिस के नोंकझोंक हुई। वहीं, मीडियाकर्मियों को दूर किया जाने लगा। इस बीच मार्शल पत्रकारों से धक्का-मुक्की करने लगे। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधा।
समाजवादी पार्टी के विधायकों के प्रदर्शन के दौरान हुई मीडियाकर्मियों के साथ बदसलूकी हुई। इस धक्का-मुक्की में कई पत्रकारों को चोटें भी आईं। इंडियन एक्सप्रेस के सीनियर फोटोग्राफर विशाल श्रीवास्तव ने इस घटना पर कहा,”बिना किसी बात के मार्शलों ने पत्रकारों के साथ बदसलूकी की। ना सिर्फ उन्हें रोका गया,बल्कि उनके साथ मारपीट भी गई। इसके साथ हम लोगों को धक्का देकर वहां से बाहर कर दिया गया।”
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटना पर लिखा,”मीडियाकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार सत्ताधारियों की हताशा का प्रतीक है। जब सत्ता पत्रकारों पर प्रहार करने लगे तो समझ लो वो सच से डर गयी है।” समाजवादी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि तानाशाह भाजपा सरकार, चौथे स्तंभ पर वार। आज विधानसभा में पत्रकार साथियों पर भाजपा सरकार के इशारे पर हुआ हमला बेहद शर्मनाक। लोकतंत्र खत्म करने का प्रयास कर रही योगी सरकार। सत्ता के अहंकार में दमन कर रही सरकार।
किसने क्या लिखा –
उत्तर प्रदेश विधानमंडल के बजट सत्र की शुरुआत से पहले सोमवार (20 फरवरी, 2023) को समाजवादी पार्टी के विधायकों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस प्रदर्शन को कवर करने तमाम पत्रकार भी पहुंचे थे। इस दौरान सपा विधायकों की पुलिस के नोंकझोंक हुई। वहीं, मीडियाकर्मियों को दूर किया जाने लगा। इस बीच मार्शल पत्रकारों से धक्का-मुक्की करने लगे। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधा।
सपा विधायकों से विरोध के दौरान कुछ मीडियाकर्मियों से भी धक्का मुक्की हुई। इस दौरान मार्शल मीडियाकर्मियों को रोकते नजर आए।
इस दौरान विधान भवन परिसर में आक्रोशित सदस्यों और मौजूद मार्शल के बीच धक्कामुक्की हुयी। इसे लेकर सपा ने उत्तर प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाएं हैं। समाजवादी पार्टी का कहना है कि भाजपा की डरपोक सरकार ने विधानसभा के सत्र की कवरेज से मीडिया को रोका है, मार्शलों के द्वारा मीडियाकर्मियों से अभद्रता और मारपीट हुई यह निंदनीय है। क्या इसी को भाजपा लोकतंत्र का नाम देती है ?
सपा विधायक शिवपाल सिंह यादव के नेतृत्व में धरने पर बैठ गए हैं। विधानसभा मार्शल ने मीडिया को हटने के लिए कहा है। मीडिया को कवरेज करने से रोका जा रहा है।