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HIT *** (News Rating Point) 28.02.2014
इस हफ्ते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की छात्रों के साथ रेडियो पर मन की बात… धार्मिक हिंसा के विरोध पर मोदी के बयान पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के स्वागत की ख़बरें… संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी सदस्यता का अमरीकी समर्थन…. अमेरिकी उप रक्षा मंत्री फ्रैंक कैंडल रक्षा तकनीक और व्यापार पहल पर मोदी की तारीफ सहित रेल बजट और आम बजट की खबरें चर्चा में रहीं…. चीन सरकार द्वारा संचालित अखबार ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने लिखा- मोदी द्वारा किसी भी प्रकार से विवादित सीमा का दौरा करना, दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में बाधा पैदा कर सकता है…. भूमि अधिग्रहण बिल को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश हुई विपक्ष से लेकर किसानो तक ने इसकी आलोचना की…. लेकिन लोकसभा में मोदी जबरदस्त जवाब देकर माहौल अपने पक्ष में करने की कोशिश की. इंडिया फर्स्ट की बात की और मनरेगा पर कांग्रेस को घेरा. तकरीबन सभी चैनलों ने लोकसभा टीवी के इस प्रसारण को शेयर किया और भाषण के बाद मोदी एक बार फिर हेडलाइंस में छा गए. ज़ी न्यूज़ ने कहा ‘मोदी इस बैक’ तो एनडीटीवी ने #PMKaJawab चलाया. अगले दिन अखबारों में मोदी का बयान छाया हुआ था. दैनिक जागरण ने लिखा- केंद्र में बहुमत की सरकार बनाने के बाद भी लगातार विपक्ष की टीका टिप्पणियों का सामने कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पूरा हिसाब चुकता कर दिया. जागरण ने मोदी के भाषण को पूरा एक लेख बनाकर छापा. टाइम्स ऑफ़ इंडिया- My govt’s only religion is India first, PM tells House. नवभारत टाइम्स- ‘फ्लॉप मनरेगा का गाजे-बाजे से पीटेंगे ढोल’. देश का शायद ही कोई अखबार या चैनल होगा, जहां मोदी छाये न रहे हों.
इससे पहले 22 फरवरी को आकाशवाणी पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम का प्रसारण हुआ. इसको तकरीबन सभी चैनलों ने प्राथमिकता पर चलाया. अखबारों ने भी काफी जगह दी. अमर उजाला ने लिखा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्र-छात्राओं को परीक्षा को तनाव की तरह नहीं बल्कि उत्सव की तरह लेने का संदेश दिया है. प्रधानमंत्री ने अभिभावकों को यह नसीहत भी दी है कि बच्चों की तुलना रिश्तेदारों के बच्चों से कर उन पर अनावश्यक दबाव नहीं बनाया जाए। दैनिक जागरण- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वीकार किया है कि वे एक औसत दर्जे के छात्र थे. द गार्जियन ने 24 फरवरी को लिखा- Narendra Modi’s remarks on religious tolerance spark national debate in India. पाकिस्तान टुडे ने खबर बनायी- Obama welcomes Modi’s assurance of equal respect for all religions- US President Barack Obama appreciated Indian Prime Minister Narendra Modi’s condemnation of religious-based acts of violence, and welcomed the Indian premier’s assurance that his government will give equal respect to all religions, IBN reported. According to the White House website, Obama issued a statement welcoming Modi’s assurances given to the minority communities in response to an online petition.
दैनिक जागरण, 24 फरवरी- अमेरिका के उप रक्षा मंत्री फ्रैंक कैंडल ने कहा है कि भारत-अमेरिका रक्षा तकनीक और व्यापार पहल (डीटीटीआइ) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी टीम का भरपूर सहयोग मिल रहा है. आईनेक्स्ट लाइव ने 25 फरवरी को लिखा- पीएम मोदी और अमेरिकी प्रेजीडेंट बराक ओबामा की दोस्ती अब परवान चढ़ने लगी है. बराक ओबामा ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UN) में स्थाई सदस्यता के लिए भारत की दावेदारी का समर्थन किया है. इसके अलावा चीन ने भी संयुक्त राष्ट्र में भारत की दावेदारी का समर्थन किया था… तो प्रभात खबर, नवभारत टाइम्स से लेकर तमाम चैनलों ने खबर दी कि मानवाधिकार समूह एमनेस्टी इंटरनेशनल ने नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि भारत में नये शासन में सांप्रदायिक हिंसा बढी है और भूमि अधिग्रहण अध्यादेश से हजारों भारतीयों के जबरन बेदखली का खतरा पैदा हो गया है. इसके अलावा किसी मुद्दे ने इस हफ्ते नरेन्द्र मोदी की सबसे ज्यादा रेटिंग गिराई तो वो भूमि ग्रहण बिल था. अन्ना का धरना, केजरीवाल का अन्ना को समर्थन, कांग्रेस का धरना, किसानो का विरोध, भाजपा के नेताओं की भी इस बिल से उपजी चिंता मोदी की रेटिंग गिराती नज़र आयी. 24 फरवरी को अमर उजाला ने लिखा- भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के खिलाफ बदले राजनीतिक परिदृश्य में संसद से सड़क तक शुरू हुए विरोध से मोदी सरकार की परेशानी बढ़ गई है. पहले से ही विरोध कर रहे विपक्ष, संघ परिवार के दबाव और समाजसेवी अन्ना हजारे की जंतर-मंतर से हुंकार के बीच सरकार बैकफुट पर आ गई है. 25 फरवरी को नवभारत टाइम्स ने खबर लिखी- भूमि अधिग्रहण बिल पर विपक्ष और संगठनों की घेराबंदी के बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने साफ किया है कि इस मुद्दे पर पीछे नहीं हटा जाएगा और इसे लेकर विपक्ष के बनाए मिथक की हवा निकालनी चाहिए. हिन्दुस्तान ने भी मोदी का बयान छापा- भूमि अधिग्रहण बिल नही बदलेगा. 26 के अमर उजाला ने लिखा- सरकार के लिए गले की फांस बन चुके भूमि अधिग्रहण अध्यादेश पर हालात संभालने के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आगे आकर मोर्चा संभालना पड़ा है। नवभारत टाइम्स- भूमि अधिग्रहण बिल को लेकर एनडीए में मतभेदों के स्वर बुधवार को उठ गए. लोजपा सांसद चिराग पासवान ने इसके कुछ प्रावधानों पर असहमति जताई है. एनबीटी ने ही एक दूसरी खबर में लिखा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद अपनी ही सरकार के कम्युनिकेशन के तरीके से नाराज हैं.