नितिन श्रीवास्तव
लखनऊ। समाजवादी पार्टी का राज्य सम्मेलन में बुधवार को नरेश उत्तम पटेल को एक बार फिर से पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष चुना गया। सपा महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए केवल नरेश उत्तम का नामांकन आया। उनके विरोध में कोई नहीं खड़ा हुआ, इसलिए उन्हें निर्विरोध प्रदेश अध्यक्ष चुन लिया जाता है। इस खबर को लखनऊ के तकरीबन सभी अखबारों ने या तो फ्रंट पेज पर छापा या फिर फोटो प्रकाशित की। हिंदुस्तान टाइम्स, दैनिक जागरण, टाइम्स ऑफ इंडिया, दैनिक जागरण, अमर उजाला, हिंदुस्तान, नवभारत टाइम्स सहित तमाम अखबारों में खबर नजर आई। सपा के सम्मेलन को भी अखबारों ने पर्याप्त जगह दी।
नरेश उत्तम पटेल समाजवादी पार्टी की स्थापना के समय से ही पार्टी से जुड़े हैं। 10 जनवरी 1956 को उनका जन्म फतेहपुर के जहानाबाद के लहुरी सराय में हुआ था। उन्होंने कानपुर विश्वविद्यालय से परास्नातक तक की पढ़ाई की है। नरेश उत्तम पटेल ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत जनता दल से की। साल 1989 से 1992 के बीच उन्होंने जनता दल के कार्यकर्ता के रूप में काम किया। इस दौरान वह मुलायम सिंह यादव के करीबियों में शामिल हो गए। साल 1989 में जब मुलायम मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने नरेश उत्तम पटेल को उप मंत्री बनाया।
नरेश ने फतेहपुर के जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र से साल 1989 में पहली बार चुनाव जीता था। वह तीन बार विधायक रहे। साल 2006 में उन्हें सपा ने विधान परिषद का सदस्य बनाया। साल 2017 में जब अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच विवाद हुआ तो नरेश को इसका फायदा मिल गया। अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव को अध्यक्ष पद से हटाकर नरेश को कुर्सी सौंप दी।