Prashant Bhushan Delhi

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FLOP **** (News Rating Point) 01.08.2015
​इस सप्ताह 1993 के मुंबई ब्लास्ट के दोषी याकूब मेमन की फांसी रुकवाने के लिए गए देश के वरिष्ठ वकीलों की सोशल मीडिया में जमकर फजीहत हुई. आधी रात पहुंचे इन वकीलों ने एचएल दत्तू के सामने दलील की दी कि दया याचिका खारिज होने के बाद याकूब को 14 दिन की मोहलत मिलनी चाहिए. इस पर मुख्य न्यायाधीश ने तीन जजों की बेंच गठित कर दी और बेंच ने तड़के 3.30 बजे सुनवाई शुरू कर दी. देश के इतिहास में ऐसा शायद पहली बार था जब किसी मामले में गठित बेंच ने रात में ही सुनवाई शुरू कर दी हो. लेकिन बेंच ने भी इन वकीलों की दलील को खारिज कर दिया और सुबह याकूब को 6 बजकर 35 मिनट पर फांसी दे दी गई. अगले दिन सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट प्रशांत भूषण ने इस बात पर सवाल खड़े किए कि याकूब मेमन को फांसी देने में अनुचित जल्दबाजी क्यों दिखाई गई. इसके बाद गायक अभिजीत ने याकूब मेमन की फांसी पर स्टे की कोशिश करने वाले वकील प्रशांत भूषण के खिलाफ ट्विटर पर आग उगली. अभिजीत ने ट्विटर पर लिखा है कि मैं प्रशांत भूषण के शव पर फटा हुआ सस्ता जूता मारूंगा. अभिजीत यहीं नहीं रुके. इसके बाद एक सवाल के जवाब में उन्होंने लिखा कि इस प्रशांत भूषण को जूते मारने के लिए भी अपॉइंटमेंट लेना पड़ेगा. पूरा देश कतार में है.
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(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)
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