HIT 1/2* (News Rating Point) 16.05.2015
परमाणु करार के मुद्दे पर यूपीए सरकार से समर्थन संबंधी बयान की वजह से माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी इस सप्ताह चर्चा में रहे. अखबारों ने लिखा कि माकपा के नए महासचिव सीताराम येचुरी का मानना है कि 2008 में भारत-अमेरिका परमाणु करार के मुद्दे पर यूपीए सरकार से समर्थन लेना रणनीतिक भूल थी. येचुरी ने कहा कि वाम दलों को परमाणु करार के बदले महंगाई जैसे मुद्दे पर तत्कालीन सरकार से समर्थन वापस लेना चाहिए था. हालांकि येचुरी ने करार के विरोध को जायज बताया. यह यूपीए सरकार के पहले कार्यकाल के न्यूनतम साझा कार्यक्रम का हिस्सा नहीं था. इसके जरिए तत्कालीन सरकार वाम दलों को दरकिनार कर देना चाहती थी. परमाणु करार मामले में यूपीए सरकार से समर्थन वापसी का फैसला राजनीतिक चतुराई नहीं थी क्योंकि इस मुद्दे पर इसके एक साल बाद हुए लोकसभा चुनाव में वाम दल लोगों को एकजुट नहीं कर पाए.
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)