[su_button url=”https://en.wikipedia.org/wiki/Swami_Prasad_Maurya” target=”blank” background=”#ba122d” color=”#ffffff” size=”4″ wide=”yes” center=”yes” icon_color=”#ffffff” text_shadow=”0px 0px 0px #fdfcfc”]Profile[/su_button]
FLOP * (News Rating Point) 02.07.2016
स्वामी प्रसाद मौर्या इस सप्ताह बसपा के उनकी विधायकी छीनने के प्रयासों और मायावती पर लगाए आरोपों की वजह से चर्चा में रहे. बीएसपी के विधायक दल के नेता गया चरण दिनकर ने विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय के समक्ष स्वामी की विधानसभा से सदस्यता खत्म करने की याचिका दायर की. इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने मौर्या को नोटिस भी जारी कर दिया. स्वामी प्रसाद मौर्य ने 22 जून को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीएसपी सुप्रीमो पर संगीन आरोप लगाए थे. बुधवार को गया चरण दिनकर ने विधानसभा अध्यक्ष से स्वामी की सदस्यता खत्म करने की सिफारिश की. इसमें स्वामी की 22 जून और 25 जून की प्रेस कॉन्फ्रेंस को आधार बनाते हुए कहा गया है कि पार्टी और वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ उन्होंने अनर्गल आरोप लगाए हैं. उनके आचरण से साफ है कि जिस मूल दल से वह चुनकर आए थे, अब उसको स्वेच्छा से छोड़कर जा चुके हैं. इसलिए यूपी विधानसभा सदस्य नियमावली 1987 और संविधान के अनुच्छेद 191 (2) के अंतर्गत उनकी सदस्यता समाप्त की जानी चाहिए. अध्यक्ष की ओर से स्वामी को नोटिस जारी कर एक सप्ताह में अपना पक्ष रखने को कहा गया. इसके अलावा स्वामी प्रसाद मौर्य ने शुक्रवार को बीएसपी प्रमुख मायावती पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने दावा किया है कि 2012 के बाद से मायावती ने 50 कंपनियों में 2000 करोड़ रुपये लगाए हैं. बीएसपी से अलग होने के बाद आयोजित पहले सम्मेलन में उन्होंने सवाल उठाया कि सीएम न होने के बावजूद मायावती के पास इतना पैसा कहां से आया. उन्होंने कहा कि मायावती टिकट बेचकर पैसा जुटा रही हैं. वह विजय माल्या की तरह तिजोरी भरकर विदेश भागने की फिराक में हैं. गोमतीनगर एक्सटेंशन स्थित सीएमएस ऑडिटोरियम में स्वामी प्रसाद ने आरोप लगाया कि यह पैसा बाबा साहब के मिशन और दलितों के वोटों का सौदा करके कमाया गया है. उन्होंने कहा कि मायावती श्वेत पत्र जारी करें. अगर ऐसा नहीं करतीं तो मेरा आरोप है कि वह दलितों के वोटों का सौदा कर तिजोरी भर रही हैं.
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)