यूपी में अफसरों के तबादले सुर्खियों में, संजय प्रसाद की न्यूज़ रेटिंग बढ़ी

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एनआरपी डेस्क
लखनऊ। गुरुवार की सुबह से न्यूज़ चैनलों पर योगी सरकार के जो तबादले चर्चा का विषय बने थे, उनकी प्रतिछाया शुक्रवार के अखबारों में नजर आ रही है। दिल्ली से लेकर लखनऊ तक के अखबारों में इन तबादलों के खबर की चर्चा है। किसी की हैसियत बढ़ने की सबसे ज्यादा चर्चा अगर किसी की है तो वो नाम है संजय प्रसाद का। संजय पहले से ही पावरफुल अफसर थे लेकिन आज की तारीख में सबसे ज्यादा शक्तिशाली नज़र आ रहे हैं। उनकी न्यूज़ रेटिंग में जबरदस्त इजाफा हुआ है।
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अमर उजाला ने लिखा कि फेरबदल के बाद फील्ड में तैनात सात वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी प्रमुख सचिव गृह बनाए गए संजय प्रसाद के मातहत हो गए हैं। फील्ड में तैनात पांच जोन के एडीजी और दो शहरों के पुलिस आयुक्त संजय प्रसाद से सीनियर हैं। संजय 1995 बैच के आईएएस अधिकारी हैं।
न्यूज़ 18 ने कहा कि संजय प्रसाद की छवि एक ईमानदार और कुशल अधिकारी की रही है।
नवभारत टाइम्स ने लिखा कि ताजा ट्रांसफर लिस्ट में प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी में संजय प्रसाद ताकतवर हो गए हैं, लेकिन चर्चा में नवनीत सहगल आ गए हैं।
आजतक ने अपने पोर्टल पर लिखा कि पद के लिहाज से बेशक मुख्य सचिव या पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) का पद प्रदेश का सबसे बड़ा पद माना जाता है लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गवर्नेंस के एजेंडे के हिसाब से ‘गृह’ और ‘सूचना’ सबसे अहम पद हैं. जो इस पद पर बैठता है, उसका कद सबसे बड़ा होता है। इस पद पर अब संजय प्रसाद नजर आएंगे।
दरअसल, 1 सितंबर की सुबह यूपी ब्यूरोक्रेसी में अचानक ही बड़ा बदलाव हुआ। यूपी के टीम 9 में कई अहम नौकरशाहों को अचानक ही बदल दिया गया, लेकिन इस बदलाव में एक अहम चीज जो दिखाई दी, वो ये कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद सबसे ताकतवर होकर उभरे।
संजय प्रसाद को प्रमुख सचिव गृह और प्रमुख सचिव सूचना, दोनों की जिम्मेदारी एक साथ दे दी गई। यह वही पद है, जो कभी अवनीश अवस्थी के पास एक साथ हुआ करता था। यानी 2017 से 2022 के दौरान जिस पद और जिस कद के साथ अवनीश अवस्थी, योगी के सबसे ताकतवर नौकरशाह थे, अब वही पद और कद संजय प्रसाद का होगा।
जनसत्ता ने लिखा कि संजय प्रसाद मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं और 1995 बैच के आईएएस अफसर हैं। प्रसाद की गिनती तेज-तर्रार IAS अफसरों में होती है। वह पिछले करीब 3 सालों से मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव के पद पर तैनात हैं और एक तरीके से सीएम ऑफिस का पूरा दारोमदार उन्हीं के कंधों पर है। वे लोकभवन से लेकर मुख्यमंत्री आवास तक सीएम योगी के साये की तरह नजर आते हैं।
दैनिक भास्कर ने लिखा कि यूपी में इनवेस्टर्स समिट के सफल आयोजन का श्रेय भी संजय को दिया है। राज्य में निवेशकों को लाने के लिए लगातार काम किया।

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