राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार अपने जन्मदिन पर दिग्गजों की जुटने और अपनी किताब की वजह से इस सप्ताह चर्चा में रहे. अपनी अपनी किताब ‘लाइफ ऑन माई टर्म्स- फ्रॉम ग्रासरूट्स एंड कोरीडोर्स ऑफ पावर’ किताब में उन्होंने दावा किया कि दस जनपथ के ‘स्वयंभू’ वफादारों ने सोनिया गांधी को इस बात के लिए सहमत किया था कि 1991 में पवार के बजाए पीवी नरसिंहराव को प्रधानमंत्री बनाया जाए क्योंकि ‘गांधी परिवार किसी ऐसे व्यक्ति को प्रधानमंत्री नहीं बनाना चाहता था, जो स्वतंत्र विचार रखता हो.’ राकांपा अध्यक्ष ने कहा कि वफादारों में शामिल दिवंगत अर्जुन सिंह खुद भी प्रधानमंत्री पद के दावेदार थे और उन्होंने पवार के बजाए राव को चुनने का निर्णय लेने में सोनिया गांधी को राजी करने की ‘‘चालाकीपूर्ण चाल चली’’. इस किताब को राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी की उपस्थिति में शरद पवार के 75वें जन्मदिन समारोह में औपचारिक रूप से जारी किया गया. एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने अपने जन्मदिन के मौके पर गुरुवार को कांग्रेस पर करारी चोट की. सोनिया गांधी की मौजूदगी में पवार ने कहा कि संसद चलेगी, तभी देश का विकास होगा. नरेंद्र मोदी और सोनिया गांधी ने भी इस मौके पर एनसीपी नेता की तारीफों के पुल बांध दिए. मोदी और सोनिया ने पवार की उपलब्धियों और कामों की तारीफ की. महाराष्ट्र के पूर्व सीएम पवार के बारे में पीएम मोदी ने कहा, ‘अगर हम शरद पवार के जीवन को बारीकी से देखें तो पता चलेगा कि उन्हें हर तरफ सम्मान मिला.
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