भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी

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NRP Desk 27.03.2015 (News Rating Point)

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को आज देश का सबसे बड़ा सम्मान भारत रत्न दिया गया. यह सम्मान उन्हें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने दिया. खराब स्वास्थ होने के कारण राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी प्रोटोकॉल तोड़कर वाजपेयी के घर जाकर ही उन्हें सम्मानित किया. इस मौके पर वाजपेयी के घर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ, विदेशमंत्री सुषमा स्वराज, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, मुरली मनोहर जोशी और अन्य अतिथि के मौजूद थे.
आईबीएन-7 ने लिखा कि वाजपेयी भारत रत्न ग्रहण करने वाले देश के सातवें प्रधानमंत्री होंगे. इससे पहले जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, मोरारजी देसाई, लाल बहादुर शास्त्री और गुलजारीलाल नंदा को यह सम्मान मिल चुका है. वह देश के 45वें नागरिक हैं. आधी सदी से ज्यादा के सियासी सफर में वाजपेयी उन चुनिंदा नेताओं में से रहे हैं जिनके धुर विरोधी भी उनका बेहद सम्मान करते हैं. गठबंधन धर्म को निभाना, बाकी नेताओं को वाजपेयी ने ही सिखाया. साल 1951 में जनसंघ के साथ औपचारिक तौर पर राजनीति के मैदान में कदम रखने वाले वाजपेयी ने 3 बार देश की कमान संभाली. पहले 13 दिन तक, फिर 13 महीने और फिर पूरे पांच साल तक. वाजपेयी इकलौते नेता थे, जो जब बोलना शुरू करते थे तो सदन का हर सदस्य बिना शोर शराबे की उनकी बात सुनता था. उनकी भाषण कला के मुरीद देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू भी रहे. वाजपेयी मंझे हुए राजनेता रहे तो कोमल हृदय कवि भी. तमाम मुद्दों पर उनकी कलम से निकली कविताएं सीधे लोगों के दिल तक पहुंची.

जी न्यूज़ ने कहा कि ग्वालियर में 25 दिसंबर 1924 को जन्मे वाजपेयी पहले जनसंघ फिर भाजपा के संस्थापक अध्यक्ष रहे. तीन बार प्रधानमंत्री रहे वाजपेयी के समय देश की आर्थिक विकास दर तेज रही. वह देश के ऐसे पहले प्रधानमंत्री बने, जिनका कांग्रेस से कभी नाता नहीं रहा. साथ ही वह कांग्रेस के अलावा के किसी अन्य दल के ऐसे प्रधानमंत्री रहे, जिन्होंने पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा किया.

[box type=”info” head=”Narendra Modi Prime Minister”]वाजपेयी जी का जीवन राष्ट्र के लिए समर्पित रहा. वाजपेयी जी आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा हैं. उनका जीवन हमें आगे भी प्रेरणा देता रहे मैं यही कामना करूंगा.[/box]

[box type=”info” head=”Rajnath Singh Home Minister”]हमारे पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी केवल भारतीय राजनेता ही नहीं हैं बल्कि एक अंतरराष्ट्रीय शख्सियत हैं, जिन्हें हर कोई सम्मान देता है और प्यार करता है. यह पूरे देश के लिए बेहद खुशी की बात है कि पूर्व प्रधानमंत्री को भारत रत्न प्रदान किया जा रहा है. उनका व्यक्तित्व, उनकी भाषण देने की कला, उनकी ईमानदारी और विनम्रता उनकी महानता को दिखाता है. वह एक महान आदमी हैं.[/box]

[box type=”info” head=”Arun Jaitley Finance Minister”]वाजपेयी जी देश के सबसे पुराने नेताओं में से एक रहे हैं. राजनीति में उनका कार्यकाल बहुत ज्यादा रहा है. अपनी क्षमता से उन्होंने विश्व पटल पर छाप छोड़ी है. वाजपेयी जी ने देश को आगे बढ़ाने में बहुमूल्य योगदान दिया है.[/box]

[box type=”info” head=”Dr. Lakshmikant Bajpayee BJP”]देश, प्रदेश और लखनऊ का सौभाग्य है कि भारतीय राजनीति के पुरोधा व देश में सबसे र्निविवादित नेता को भारत रत्न मिला है. मेरा सौभाग्य है कि ऐसे युगपुरूष के साथ काम करने का अवसर मुझे भी प्राप्त हुआ. माननीय अटल बिहारी बाजपेयी केवल राजनेता ही नहीं थे बल्कि कवि, कुशल संगठक, प्रखर वक्ता भी थे. उनके नेतृत्व में भाजपा ने विपक्ष से लेकर केन्द्र की सरकार तक के सफर को पूरा किया. [/box]

[box type=”info” head=”Sunil Bansal BJP”]अटल बिहारी जी ने अपने कुशल संगठन क्षमता के बल पर पहले जनसंघ और बाद में भाजपा का विस्तार कश्मीर से कन्याकुमारी तक किया. माननीय बाजपेयी जी लम्बे समय तक राष्ट्रधर्म, पांचजन्य और वीर अर्जुन आदि राष्ट्रीय भावना से ओत-प्रोत अनेक पत्र-पत्रिकाओं का सम्पादन भी किया. उन्होंने अपना जीवन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में आजीवन अविवाहित रहने का संकल्प लेकर प्रारम्भ किया था और देश के सर्वोच्च पद पर पहुँचने तक उस संकल्प को पूरी निष्ठा से निभाया. [/box]

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