एनआरपी डेस्क
लखनऊ। शुक्रवार रात से उन्नाव के पुरवा से विधायक अनिल सिंह मीडिया से लेकर सोशल मीडिया में चर्चा में हैं। बैठक में उनके व्यवहार को लेकर आलोचना हो रही है।
अखबारों ने लिखा – “जब पुरवा विधायक अनिल सिंह आया करें तो सभी अधिकारी खड़े हो जाया करें, सौ बार काहि चुके हैं, अब आगे से होगा तो लिखापढ़ी करि देब…” विधायक अनिल सिंह के इस रुतबे को देख मीटिंग हाल में मौजूद कुछ अधिकारी तो खड़े भी हो गए, साथ ही कुछ लोग बैठे भी रहे। विधायक जी के इस अंदाज को देख जय हो…जय हो के नारे भी लगने लगने लगे।
उन्नाव बीजेपी विधायक अनिल सिंह का अधिकारियों को धमकी देने का वीडियो हुआ वायरल, जिला पंचायत की बैठक में बीजेपी विधायक ने अधिकारियों को दी धमकी कहा विधायक की एंट्री पर नही खड़े हुए तो कुर्सी उलट दी जाएगी।@samajwadiparty@AnnuTandonUnnao
रिपोर्ट : @ashwani_news pic.twitter.com/6FfkSbZcWv— MSB News (@PBusiness_1) November 12, 2022
उन्नाव : जिला पंचायत की मीटिंग में भाजपा विधायक अनिल सिंह ने अफसरों से कहा
जब हम आया करें तो कुर्सियों से उठ जाया करो pic.twitter.com/LN5KhongtH
— TIMES NOW BHARAT (@timesnowbhara) November 12, 2022
➡100 बार कह चुके है नहीं तो लिखा पढ़ी कर देंगे-अनिल सिंह
➡दिव्यांग अपर मुख्य अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद को भी फटकारा
➡बैठक में विधायक की चेतावनी पर लगे जय जय हो के नारे
➡उन्नाव की पुरवा सीट से बीजेपी विधायक हैं अनिल सिंह.#Unnao pic.twitter.com/RIqVdzJaqK
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) November 11, 2022
शुक्रवार को जिले के विकास के लिए जिला पंचायत की एक बैठक आयोजित थी, जिसमें जिले के सभी विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष और सीडीओ के साथ जिला पंचायत सदस्य मौजूद थे। यह बैठक विकास भवन सभागार में आयोजित थी और जिले के विकास के लिए प्रस्ताव और कार्ययोजना बनाई जानी थी।
मीटिंग शुरू हुई और ज्यादातर विधायक और अधिकारी सभागार में मौजूद थे। उसी समय पुरवा विधानसभा से बीजेपी विधायक अनिल सिंह की एंट्री होती है और वह वीडियो में यह कहते दिखते हैं कि जब पुरवा विधायक अनिल सिंह आया करें तो सभी अधिकारी खड़े हो जाया करे। कई बार कह चुके हैं, आगे से ऐसा नहीं होगा तो कार्रवाई के लिए लिखापढ़ी कर देंगे। विधायक जी के अंदाज को देखकर मीटिंग हाल में मौजूद कुछ लोग खड़े भी हो गए।
विधायक का कहना है कि किसी भी मीटिंग के लिए अपर मुख्य अधिकारी को फोन करना चाहिए, न की आनन-फानन में कोई चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी फोन करे। विकास की बैठक के लिए पहले से जन प्रतिनिधियों को जानकारी देनी चाहिए, जिससे वह अपनी विधानसभा की समस्या के लिए कार्ययोजना बनाकर आएं और मीटिंग में उसका प्रस्ताव रख सकें। विधायक अनिल सिंह यह कहते हुए भी दिखे की मीटिंग हाल में जितने जनप्रतिनिधि और सदस्य हैं, वह भी जिले का विकास ही चाहते हैं।