अखिलेश यादव कैबिनेट के आठ मंत्रियों को बर्खास्त करने और नौ के विभाग छीनने की खबरों के बीच खनन मंत्री गायत्री प्रजापति कुर्सी सलामत रहने की वजह से चर्चा में आये. तमाम विवादों के बावजूद गायत्री की कुर्सी बची रहना बताता है कि मुलायम सिंह यादव का उन पर अब भी वरदहस्त है. तमाम अटकलों के विपरीत न तो उनका विभाग बदला गया, न ही हटाया गया. जब से कैबिनेट में फेरबदल की अटकलें शुरू हुईं, तब से माना जा रहा था कि चुनाव से सालभर पहले सरकार की छवि सुधारने के लिए अखिलेश यादव विवादित और दागी छवि के मंत्रियों से मुक्ति पा सकते हैं या उनकी अहमियत कम कर सकते हैं. ऐसे आधा दर्जन मंत्रियों में चर्चा में सबसे ऊपर गायत्री प्रजापति का नाम रहता था. लोकायुक्त जांच से लेकर खनन ठेकों और जमीन के कारोबार में पद के दुरुपयोग के आरोप उन पर अरसे से लगते रहे हैं.
(अखबारों, चैनलों और अन्य स्रोतों के आधार पर)