FLOP ***** (News Rating Point) 18.04.2015
कांग्रेस के कद्दावर नेता, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे बांद्रा ईस्ट विधानसभा उपचुनाव में उतरने के निर्णय और फिर हारने के चलते पूरे देश में चर्चा बने. वैसे जब वह चुनाव में उतरे थे, तभी माना जा रहा था कि उनकी राह आसान नहीं होगी और यह सच भी साबित हुआ, जब उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा.
बांद्रा ईस्ट विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस और नारायण राणे को करारा झटका लगा है. इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे को शिवसेना उम्मीदवार तृप्ति सावंत ने 20 हजार वोटों से हरा दिया.
– आईबीएन-7
इनमें से एक मुंबई की बांद्रा ईस्ट विधानसभा सीट पर कांग्रेस के नेता नारायण राणे चुनाव हार गए हैं. उन्हें शिवसेना की तृप्ति सावंत ने हराया है.
– दैनिक भास्कर
इस उपचुनाव परिणाम में सबसे चौंकाने वाला परिणाम महाराष्ट्र से आया जहां पर पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के दिग्गज नेता नारायण राणे शिवसेना की उम्मीदवार तृप्ति सावंत से चुनाव हार गए. तृप्ति सावंत ने राणे को लगभग 19 हजार वोटों से पराजित किया. तृप्ति सावंत को जहां 45,123 मत मिले वहीं नारायण राणे को केवल 28,433 मत मिले.
– प्रभात खबर
महाराष्ट्र विधानसभा की बांद्रा सीट पर शनिवार को उप चुनाव के तहत कराए गए मतदान में शिवसेना की उम्मीदवार तृप्ति सावंत को जीत मिली है. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस उम्मीदवार नारायण राणे को हराया है.
– हिंदुस्तान
राणे पिछले साल तटीय कोंकण में अपने गृह जिले सिंधुदुर्ग से विधानसभा का चुनाव हार गए थे. इस सीट पर एमआईएम के रेहबार ख़ान तीसरे नंबर पर रहे और उन्हें 15050 वोट ही मिले. बांद्रा ईस्ट सीट पर उपचुनाव शिवसेना के कद्दावर नेता और विधायक बाला सांवत के निधन के कारण हुआ था. तृप्ति सावंत पूर्व दिवंगत विधायक बाला सावंत की पत्नी हैं. नारायण राणे की हार की सबसे बड़ी वजह यह मानी जा रही है कि मराठी वोट बैंक शिवसेना के साथ गया और मुस्लिम वोट एमआईएम और कांग्रेस के बीच बंट गया. करीब 2500 मुस्लिम वोट शिवसेना को भी मिले. कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई भी राणे को ले डूबी.
– एनडीटीवी
झाड़ की पत्ती. मुंबई. बांद्रा उपचुनाव में नारायण राणे की हुई हार पर सामना ने निशाना साधा है. सामना में छपे लेख में लिखा है कि कोई कितना भी दहाड़े या गर्जना करे, लेकिन शिवसेना के सामने अच्छे अच्छों को धराशायी होना पड़ता है. आज के एडिटोरियल में सामना ने नारायण राणे को झाड़ की पत्ती बताते हुए कहा है यह पत्ती भी अब उड़ चुकी है.
– लोकतेज
महाराष्ट्र की दो सीटों पर हुए उपचुनाव में चली सहानुभूति की लहर में बुधवार को कांग्रेस के धाकड़ नेता नारायण राणे के पैर उखड़ गए और मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलमीन (एमआइएम) के उम्मीदवार रहबर सिराज खान सूखे पत्ते की तरह उड़ गए.
– जनसत्ता
महाराष्ट्र में हुए विधानसभा उपचुनाव में मुंबई उपनगर की बांद्रा (पूर्व) सीट पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे अपनी प्रतिद्वन्द्वी शिवसेना प्रत्याशी से तृप्ति सावंत से 19,000 से अधिक मतों से हार गए.
– पंजाब केसरी
Senior Congress leader Narayan Rane on Friday attributed his defeat in the Bandra-East by-election to “political miscalculations” and said he had no complaints against party leaders in Maharashtra.
– Daily News & Analysis
The volley of allegations in the aftermath of the Bandra East bypoll results continued on Friday with state environment minister Ramdas Kadam claiming that it was senior Congress leader Narayan Rane who had offered a bribe of Rs 5 crore to each of the All India Majlis-e-Ittehadul Muslimeen (AIMIM) MLAs.
– The Asian Age